New Delhi : बिहार में कोरोना संक्रमण के साथ्र ही लॉकडाउन का उल्लंघन करने का मामला भी तेजी से बढ़ता जा रहा है। अभी एक दिन पहले एक जिला कृषि अधिकारी ने कैसे लॉकडाउन का उल्लंघन करने के मामले में टोकने पर होमगार्ड को उठक बैठक कराई थी। गालियां दी। वीडियो वायरल होने के बाद काफी बवाल मचा। मामला सामने आने के बाद कृषि अधिकारी को निलंबित कर दिया गया।
अब एक और मामला के जमुई से सामने आया है। जहां ड्यूटी में तैनात एक दारोगा जब सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में समझाने लगा तो बीडीओ ने पिस्टल दिखाते हुए औकात में रहने की नसीहत दे डाली। सुबह की शिफ्ट में एसआई विंध्याचल सिंह अपने सहयोगी पुलिसबल के साथ तैनात थे। गुरुवार की सुबह चकाई बीडीओ सुनील चांद अपनी एसयूवी कार से वहां पहुंचे थे।
एसआई विंध्याचल सिंह गांधीगिरी के लिए जाने जाते हैं। रास्ते में जो लोग भी लॉकडाउन का पालन नहीं करते हुए दिखते हैं और बिना मास्क पहने घूमते हैं तो बिना डंडा चलाए लोगों को समझाते हैं। लेकिन चकाई बीडीओ को जब इस एसआई ने कार को सड़क के किनारे लगाने को कहा तब वे भड़क गए।
इस मामले में चकाई बीडीओ सुनील चांद ने बताया कि ड्यूटी पर तैनात एसआई जानबूझकर मुझे टारगेट करते हैं और अक्सर मेरी कार को रोक कर टोकते हैं और कहते हैं कि लॉकडाउन में कार में तीन से चार लोग क्यों बैठे हैं। बीडीओ ने कहा कि मेरे पास लाइसेंसी रिवाल्वर है। चकाई नक्सली इलाका है और मैं वहां का प्रखंड विकास पदाधिकारी हूं, इसलिए उसे लेकर ही चलना पड़ता है।