New Delhi : राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस का प्रकोप ऐसा हो गया है कि अस्पतालों में बेड और मुर्दाघर में शवों को रखने की जगह तक नहीं बची है। केंद्र सरकार की मदद के बाद जहां एक तरफ दिल्ली सरकार ने बेड की क्षमता बढ़ाने की तैयारी शुरू कर दी है, वहीं संक्रमण से जान गवानेवाले लोगों के शवों को रखने की व्यवस्था भी बनानी शुरू कर दी है।
सरकार की एक समिति ने राज्य सरकार के अधीन आनेवाले सभी अस्पतालों के मुर्दाघर की क्षमता बढ़ाने की सिफारिश की है। मुर्दाघर में अतिरिक्त रेफ्रिजेरेटर लगवाने को कहा गया है। सरकार के एक अफसर ने न्यूज एजेंसी को बताया – दिल्ली में हालात खराब हो रहे हैं। सभी को उचित इलाज मिल सके इसके लिए अतिरिक्त बेड की व्यवस्था कराई जा रही है। शवों को रखने के लिए मुर्दाघर में क्षमता बढ़ाई जाएगी।
Delhi Government issues order to install CCTV cameras in all COVID wards of #COVID19 hospitals under them for efficient monitoring & supervision of patient care. Public Works Department (PWD) directed to install cameras within 24 hours & submit a compliance report. pic.twitter.com/TbbdrGJ4eE
— ANI (@ANI) June 15, 2020
केंद्र सरकार ने दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल के मुर्दाघर में की क्षमता बढ़ाई है। इसके लिये कई अतिरिक्त रेफ्रिजरेटर लगाया गया है। पिछले हफ्ते सरकार की ओर से बनाये गये समिति के चेयरमैन डॉ. महेश वर्मा और अन्य सदस्यों ने दिल्ली के कई अस्पतालों का जायजा लिया था। सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को कोरोना के मरीजों के इलाज में लापरवाही और लाशों के साथ हो रहे सलूक के मामले में सख्त बातें कहीं थीं। कोर्ट ने दिल्ली सरकार को फटकार लगाते हुए कहा- अगर लाशें कचरे के ढेर में मिल रही हैं तो इंसानों के साथ जानवरों से भी बदतर सलूक किया जा रहा है।
अब 17 जून को फिर इस मामले में सुनवाई होगी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि केंद्र की गाइडलाइंस को नहीं अपनाया जा रहा। दिल्ली में तो डरा देने वाली स्थिति है। हालात ऐसे हैं कि तरस आता है। देश की राजधानी में जिस तरीके से कोरोना से निपटा जा रहा है, उसमें दिक्कतें हैं।