New Delhi : Corona Virus की रोकथाम के लिए सरकार हर संभव कोशिश कर रही है. पहला मकसद है कि एक जगह पर ज्यादाभीड़ न इकट्ठा होने पाए. इसी कड़ी में Western Railway और Central Railway ने प्लेटफार्म टिकट का दाम 10 रुपये से बढ़ाकर 50 रुपये कर दिया है ताकि रेलवे स्टेशन में ज्यादा भीड़ न होने पाए. बिहार के सभी स्टेशन पर भी प्लैटफ़ॉर्म टिकट 50 रुपये कर दिया गया है.
Wester Railway के अंर्तगत 6 Division (रेल मंडल) आते हैं जिनमें मुम्बई, वडोदरा, रतलाम, भावनगर, अहमदाबाद और राजकोट हैं. इनमें कुल मिलाकर 250 स्टेशन हैं. जिस पर ये बढ़ी कीमत लागू है. इसके अलावा सेंट्रल रेलवे ने भी प्लेटफॉर्म टिकट की कीमत 50 रुपये कर दी है. सेंट्रल रेलवे में नागपुर, मुम्बई का सीएसटी, भुसावल, पुणे और सोलापुर आते हैं.
बड़ा संकट, बड़ी समस्या
वर्तमान में सरकार द्वारा 1896 के प्लेग से निपटने के एक कानून को लागू किए जाने की वजह से निजी प्रयोगशालाओं द्वारा ऐसे टेस्टकरना प्रतिबंधित है. भारत ने कई अंतरराष्ट्रीय जांच किट पर प्रतिबंध लगा रखा है जिनका इस्तेमाल विदेशों में हो रहा है. इन परीक्षणोंकी अभी भी जांच की जा रही है. इन टेस्टिंग किटों में कई (उदाहरण के लिए Roche व अन्य) अमेरिका और यूरोप में भी इस्तेमाल हो रहाहै.
जब जांच व्यापक पैमाने पर की जाएगी, तब बहुत बड़ी तादाद में लोगों को कोरोनावायरस से ग्रसित पाया जाएगा. यह ज़रूरी है कि हरऐसे व्यक्ति से बेहद बारीकी से बातचीत की जाए, ताकि पता लगाया जा सके कि वह किस–किस से संपर्क में आया. यह बहुत बड़ा कामहै, जिसके लिए बड़ी तादाद में प्रशिक्षित लोगों की ज़रूरत होगी. इसके लिए सेना को तैनात किए जाने की ज़रूरत है. इस बड़ी ज़रूरतको पूरा करने के लिए उनके पास पर्याप्त संख्याबल तथा प्रशिक्षण भी है.