New Delhi : कोरोना आपदा में लोगों की मदद के लिए वरुण धवन फिर से आगे आये हैं। उन्होंने जरूरतमंदों और हेल्थ वर्कर्स के लिए खाने का बंदोबस्त करने का जिम्मा उठाया है। वरुण ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट लिखकर इस बात की जानकारी दी।
वरुण ने लिखा – लॉकडाउन में हर बीतते दिन के साथ मुझे उन लोगों की चिंता होती है जिनके पास इस मुश्किल घड़ी में रहने को घर नहीं है। ऐसे में मैंने उन गरीबों की मदद करने का प्रण लिया है, जो बेघर और बेरोजगार हैं। मेरे मन में उन लोगों के प्रति भी बेहद सम्मान है, जो ऐसे समय में भी अपने घर से बाहर निकलकर अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं। आगे आकर डटे हुए हैं। मैं हॉस्पिटल में काम करने वाले डॉक्टर्स और मेडिकल स्टाफ को भी खाना पहुंचाने का जिम्मा उठाता हूं। खानपान की सारी व्यवस्था ताज पब्लिक सर्विस वेलफेयर ट्रस्ट की ओर से देखी जाएगी। यह छोटा सा कदम है, लेकिन ऐसी त्रासदी के समय, हर छोटा कदम बड़ी राहत का काम करेगा, मैं जो भी बन पड़ेगा करता रहूंगा। इससे पहले वरुण ने कोरोनावायरस से लड़ने के लिए बनाए गए पीएम केयर फंड में 30 लाख रु. का योगदान दिया था। उन्होंने इस बारे में घोषणा करते हुए लिखा था, मैं 30 लाख रु. का योगदान देने का प्रण लेता हूं। मिलकर इस स्थिति से बाहर निकलेंगे। देश है तो हम हैं।
लॉकडाउन के बाद से ही सारी इंडस्ट्रीज पर ताला लग गया है। फिल्म और टीवी इंडस्ट्री में भी शूटिंग रोक दी गयी हैं। दिहाड़ी मजदूरों को अपना गुजारा करने में बहुत सी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। अब उनकी मदद के लिए सिने एंड टीवी आर्टिस्ट एसोसिएशन (सिन्टा) सामने आया है। इधर उन्होंने अपने सभी सदस्यों से कर्मचारियों को राशन और पैसे देने की अपील की है। एसोसिएशन के आउटरीच कमिटी के चेयरपर्सन और सीनियर जॉइंट सेक्रेटरी अमित बहल ने कहा – सिन्टा के पास बहुत सीमित फंड है, क्योंकि हम एक कैश-रिच एसोसिएशन नहीं हैं। हमारे चैरिटेबल सिस्टर ट्रस्ट, सिने आर्टिस्ट वेलफेयर ट्रस्ट (CAWT) भी आर्थिक रूप से कमजोर है।अमित ने आगे बताया कि फिल्म, टीवी और डिजिटल शो में काम करने वाले 70 प्रतिशत कर्मचारी दिहाड़ी मजदूर हैं। उन्होंने कहा – हमने मदद के लिए किसी और से नहीं, बल्कि अपने ही सदस्यों से कहा है। अबतक शबाना आज़मी, फरहान अख्तर और अर्चना पूरन सिंह जैसे कलाकार मदद के लिए सामने आ चुके हैं। टीवी स्टार अर्जुन बिजलानी ने भी राशन के कई पैकेट दान में दिए हैं।
उन्होंने कहा – दिहाड़ी अभिनेताओं की स्थिति, फिल्म उद्योग में काम करने वाले दिहाड़ी कर्मचारियों की तुलना में कहीं अधिक खराब है। हमने रेड चिलीज (शाहरुख खान के प्रोडक्शन हाउस), अमिताभ बच्चन और सलमान खान के फाउंडेशन से मदद मांगी है। स्पष्ट करना जरूरी है कि उनकी दिहाड़ी कर्मचारियों को दी गई सहायता, दिहाड़ी अभिनेताओं तक नहीं पहुँचती है।
अमित ने बताया कि सिन्टा, फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज (FWICE) से संबद्ध नहीं है, यही वजह है कि FWICE द्वारा दिए गए योगदान उन तक नहीं पहुँचते। उनके मुताबिक – मुझे मूलभूत जरूरतों की सहायता के लिए अभिनेताओं से कॉल आ रहे हैं। हमारे सीमित कोष से, हमने प्रत्येक पंजीकृत सदस्यों को 2000 रुपये ट्रान्सफर कर दिए हैं।