New Delhi : आगरा में लॉकडाउन के दौरान ड्यूटी के साथ एक ट्रैफिक पुलिस इंस्पेक्टर ने इंसानियत का फर्ज भी निभाया। आवासविकास कॉलोनी के सेक्टर-11 निवासी राहुल सिंह की दोनों किडनी खराब हो चुकी हैं। वो डायलसिस पर हैं।
सोमवार को उन्हें ब्लड की आवश्यकता पड़ने पर जब दोस्तों ने साथ छोड़ दिया तो एक Mobile App में Blood Donor के बारे में पताकरने के लिए सर्च किया। इसमें यातायात पुलिस के निरीक्षक विजय कुमार का नंबर आया। फोन किया। वो ड्यूटी पर थे। लेकिनअधिकारियों से अनुमति लेकर रक्तदान के लिए पहुंच गए।
28 वर्षीय राहुल के पिता हरज्ञान सिंह के दो ट्रक चलते हैं। राहुल की एक किडनी खराब होने पर मां ने किडनी दी। लेकिन कुछ समयबाद दूसरी किडनी भी खराब हो गई। अब राहुल डायलसिस पर हैं।
बहन यामिनी ने बताया कि चार दिन पहले रक्त की जरूरत पर इंतजाम में लगे थे तो फ्रेंड टू सपोर्ट एप के बारे में पता चला। सर्च कियातो टीआई विजय कुमार का नंबर मिला। दोपहर में एक बजे फोन किया तो उनकी ड्यूटी प्वाइंट हरीपर्वत चौराहे पर थी। बी पॉजिटिवरक्त की जरूरत के बारे में पता चलने पर वो अस्पताल आ गए।
यामिनी बोलीं कि टीआई ने न सिर्फ ड्यूटी की, बल्कि इंसानियत का फर्ज भी निभाया। कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते सभी अपनेस्वास्थ्य की चिंता कर रहे हैं। लॉक डाउन भी किया हुआ है। ऐसे में टीआई ने मदद करके एक संदेश दिया है। वो उनका धन्यवाद करतीहैं।
टीआई विजय कुमार ने बताया कि एप में कई लोग जुड़े हुए हैं। इस पर लोग सर्च करके पता करते हैं। जिन लोगों को रक्त की जरूरतहोती है, ब्लड ग्रुप के हिसाब से लोग मदद के लिए आते हैं। रक्तदान के लिए हम सभी को हर समय आगे आना चाहिए। इसकी जरूरतकिसी को भी पड़ सकती है।
लॉकडाउन में ड्यूटी के साथ यातायात पुलिस निरीक्षक विजय कुमार ने किडनी मरीज को खून देकर इंसानियत का फर्ज भी निभाया।