New Delhi : कोरोना आपदा के पूरी दुनिया में पैर पसारने के बाद से ही इसको लेकर चीन पर सवाल उठ रहे हैं। एक अमेरिकी समाचार चैनल फॉक्स न्यूज ने दावा किया है कि चीन के वुहान में एक लैब में नोबल कोरोना वायरस को बनाया गया था। इसके पीछे चीन को अपनी श्रेष्ठता साबित करनी थी। वो ये भी दिखाना चाह रहा था कि वो सिर्फ खतरनाक वायरस बना ही नहीं सकता बल्कि बाकी दुनिया से उस पर ज्यादा अच्छे तरीके से काबू भी पा सकता है।
दरअसल, अमेरिका के समाचार चैनल फॉक्स न्यूज ने गुरुवार को अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया – चीन ने इस वायरस को वुहान की लैब में पैदा किया था। इसके पीछे उसका एक ‘विशेष उद्देश्य’ था। चैनल की रिपोर्ट के मुताबिक चीन यह बताना चाहता था कि उसके वैज्ञानिक किसी भी प्रकार से अमेरिका के वैज्ञानिकों से पीछे नहीं हैं। चीन ने कोरोना को बनाकर यह बताने की कोशिश की कि वह ऐसे खतरनाक वायरस बना सकता है और सिर्फ इतना ही नहीं ऐसे वायरस से अमेरिका के मुकाबले कहीं ज्यादा अच्छी तरह से निपट भी सकता है।
फॉक्स न्यूज ने अपनी रिपोर्ट में यह भी दावा किया – कोरोना वायरस को बनाने का यह चीन का अब तक का सबसे महंगा और गोपनीय प्लान था। डॉक्टरों के प्रयासों और इस वायरस के शुरूआत में ही लैब में रोकने से संबंधित दस्तावेजों के अध्ययन से कई और बातें पता चलती हैं। इसमें से एक प्रमुख बात यह है कि वुहान के उस बाजार में चमगादड़ बिकते ही नहीं थे, जहां से कोरोना के फैलने की बात अब तक मानी जाती रही है।
कोरोना वायरस के फैलने के बाद चीन ने एक और शातिराना चाल चली। उसने जानबूझकर पशु बाजार से वायरस फैलने की बात कही, ताकि लैब में वायरस बनाए जाने के आरोप दब जाएं। चीन यह भी चाहता था कि इसके जरिए अमेरिका और इटली को निशाना बनाए। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को ही कहा था कि वुहान की लैब से कोरोना वायरस दुर्घटनावश लोगों में फैला या जानबूझकर, इसका पता हम लगाकर ही रहेंगे। इसके अलावा अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो पहले ही कह चुके हैं कि चीन को बताना होगा कि वायरस कैसे फैला?
चीन बोला- डब्ल्यूएचओ कह चुका है कि वायरस लैब में नहीं बना। ब्रिटेन के विदेश मंत्री ने भी कहा है कि चीन को बताना ही होगा कि कोरोना आया कहां से और इसको फैलने कैसे दिया गया? अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आरोप के बाद गुरुवार को चीन ने अपनी सफाई दी है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने कहा कि अब तो विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) भी कह चुका है कि कोरोना वायरस को वुहान की लैब में बनाया गया, इस बात के कोई सबूत नहीं हैं।