New Delhi : उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने 1 जून से बसें चलाने की कार्ययोजना बनाई है। बशर्ते इस अवधि में कोई नई व्यवस्था शासनस्तर पर न प्रभावी हो। बसों को हरहाल में 30 मई तक फिट करने के निर्देश जारी किये गये हैं। डिपोवार काम भी शुरू करा दिया गया है। बस संचालन के दौरान जारी गाइडलाइन का शत प्रतिशत पालन कराने की जिम्मेदारी बस अड्डा प्रभारी से लेकर ड्राइवर-कंडक्टर की होगी।
परिवहन निगम अफसरों ने बताया कि मास्क पहने व्यक्ति को ही बस अड्डा परिसर में प्रवेश की छूट रहेगी। बस में कंडक्टर सीट के सामने सेनेटाइजर की बोतल रखी होगी। सेनेटाइज करने के बाद ही यात्री बैठेंगे। कंडक्टर और ड्राइवर को अलग से सेनेटाइजर की बोतल मिलेगी। बस की क्षमता के आधे ही यात्री सफर कर सकेंगे। यह संख्या बस की क्षमता पर तय होगी। सामान्तया 60 सीटर बस में 30 यात्री होंगे।
सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के लिए बस अड्डे के एक गेट से यात्रियों की इंट्री होगी तो दूसरे से निकलेंगे। रोडवेज अफसरों से कहा गया है कि यदि कहीं पर एक ही गेट है तो बीच में बेरीकेडिंग लगा आने-जाने का रास्ता अलग-अलग कर दिया जाए।
रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक एसके शर्मा ने बताया कि प्रबंधन स्तर पर जैसे ही फरमान आएगा, संचालन शुरू करा दिया जाएगा। श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से आने वालों को बसों से भिजवाया जा रहा है तो वैसे भी अधिकतर बसें फिट हैं।