New Delhi : नारी क्या नहीं कर सकती। हर रोज नये कीर्तिमान रचती है। अपने परिवार, अपने घर, गांव और देश का मान बढ़ाती हैं। ऐसा ही कारनामा किया पोनुंग डोमिंग ने। अरुणाचल प्रदेश से भारतीय सेना में सर्वोच्च पद पर जाने वाली मेजर पोनुंग डोमिंग ने पिछले वर्ष इतिहास रच दिया। वो अपने प्रदेश से लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर पदोन्नत होने वाली पहली महिला सेना अधिकारी के तौर पर जानी गईं। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने भी अपने ट्विटर हैंडल पर उन्हें वास्तविक सशक्त और साहसी महिला कहकर नवाजा।
A proud moment for all of us…
Major #PonungDoming creates history. She is first woman Army officer from #Arunachal to be elevated to the rank of Lieutenant Colonel in the #IndianArmy.
Hearty congratulations and best wishes! @adgpi pic.twitter.com/O33LbNWTsL
— Pema Khandu པདྨ་མཁའ་འགྲོ་། (@PemaKhanduBJP) September 23, 2019
We are proud of you Lieutenant Ponung Doming !!
This is true Women empowerment.
People of North East are always on the front foot to serve the Nation.#PonungDoming #IndianArmy #women— Sanatan Women (@SanatanWomen) September 24, 2019
Our #MondayMotivation is #PonungDoming, who has etched herself into the pages of history as she was awarded the title of Lieutenant Colonel in the Indian Army, becoming the first woman officer from the state of Arunachal Pradesh to have received this title! #FIIMotivation pic.twitter.com/SAdyociH3C
— Feminism in India (@FeminismInIndia) September 30, 2019
अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खंडू ने भी उन्हें बधाई दी थी और लिखा – वो अरुणाचल की पहली महिला अफसर हैं, जो लेफ्टिनेंट कर्नल बनीं। मुख्यमंत्री ने ट्विटर पर इन अफसर को बधाई भी दी। डोमिंग पूर्वी सियांग जिले के पासीघाट के जीटीसी की रहने वाली हैं। वो अपने चार भाई-बहनों में सबसे बड़ी बेटी हैं। उन्हें इससे पहले अरुणाचल प्रदेश से पहला आर्मी मेजर बनने का गौरव मिला हुआ है। सरकारी स्कूल से पढ़ी पोन डोमिंग बचपन से ही सैन्य अफसर बनना चाहती थीं।
डोमिंग ने बारहवीं कक्षा तक की पढ़ाई सरकारी स्कूल से की है। 12वीं के बाद प्रवेश परीक्षा पास करके डोमिंग ने 2005 में महाराष्ट्र के वालचंद कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से अपनी सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। इंजीनियरिंग के बाद उन्होंने एल एंड टी कंपनी कोलकाता में प्रवेश लिया, जहां उन्होंने लगभग दो साल तक काम किया। इस बीच उन्होंने सर्विस सेलेक्शन बोर्ड इलाहाबाद के लिए अपनी तैयारी जारी रखी।
Ponung Doming Is Army's First Woman Lieutenant Colonel#PonungDoming #IndianArmy #arunachalpradesh @adgpi @easterncomd @PemaKhanduBJP pic.twitter.com/qIHWkf9zK2
— R9 TV (@r9_tv) September 24, 2019
#ponungdoming #arunachalpradesh #major #lieutenant #colonel pic.twitter.com/dlgeh4RNT0
— Yuva Active Advocacy Forum (@YuvaAdvocacy) September 27, 2019
2008 में वह भारतीय सेना में दाखिल होकर ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी, चेन्नई में ट्रेनिंग लेने चली गईं। फिर सितंबर 2008 में लेफ्टिनेंट के रूप में सेना में शामिल होने के साढ़े चार साल के भीतर वो मेजर के पद पर पहुंच गईं। साल 2014 में उन्होंने डेमोक्रेटिक रीपब्लिक ऑफ कांगो में यूनाइटेड नेशनल पीस कीपिंग मिशन ज्वाइन किया।