New Delhi : रूस के एक अस्पताल में कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ संक्रमण से निपटने के लिए विकसित की गई पहली वैक्सीन का 18 वॉलंटियर पर परीक्षण किया गया, जिनमें से किसी में भी कोई दुष्प्रभाव देखने को नहीं मिला। रूसी रक्षा मंत्रालय ने गुरुवार 18 जून को जारी एक बयान में कहा- इस तरह की पहली वैक्सीन का 18 स्वयंसेवकों पर परीक्षण किया गया है और अभी तक इनमें से किसी में भी कोई दिक्कत नहीं है। इन सभी की बाद में जांच भी की गई और इनमें किसी तरह का कोई दुष्परिणाम नहीं दिखा है। वैक्सीन लगाने के बाद सभी वॉलंटियर पर चिकित्सकों की एक टीम लगातार नजर बनाए हुए है।
Первым 18 военнослужащим-добровольцам ввели вакцину от коронавируса https://t.co/mLcPk6Odsi pic.twitter.com/SEpbujFzWV
— RT на русском (@RT_russian) June 18, 2020
रूस में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी के 7790 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या 561091 पहुंच गई है। राष्ट्रीय कोरोना वायरस प्रतिक्रिया केन्द्र ने गुरुवार (18 जून) को यह जानकारी दी है। प्रतिक्रिया केन्द्र ने यहां जारी बयान में कहा- पिछले 24 घंटों में देश के 83 क्षेत्रों में कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी के 7790 मामलों की पुष्टि हुई है, जिनमें से 2450 मामले (31.5 प्रतिशत) सक्रिय पाये गये हैं, अन्य लोगों में बीमारी के लक्षण नहीं हैं।
केन्द्र ने कहा कि रूस के 85 क्षेत्रों में अब तक 561091 मामले दर्ज किये गये हैं। नये मामलों में, मास्को में 1065, मॉस्को क्षेत्र में 680 और खंटी-मानसी स्वायत्त ऑक्रग में 243 दर्ज किये गये हैं। देश में अब तक कुल 313963 लोग बीमारी से ठीक हो चुके है। 17 जून को 10036 मरीज ठीक हुए थे। केन्द्र ने बताया कि देश में कोरोना वायरस की शुरुआत से अब तक करीब एक करोड़ 59 लाख लोगों का परीक्षण किया जा चुका है और वायरस के 309000 संदिग्धों को चिकित्सा निगरानी में रखा गया है।