रामायण के एक महत्वपूर्ण दृश्य में हनुमान जी यानी दारा सिंह

देश ने इनको देखा और समझा हनुमान : टीवी का हनुमान जिसकी तस्‍वीरें मंदिर-घरों में सजने लगी थीं

New Delhi : रामायण पर कई सीरियल बने लेकिन रामानंद सागर की रामायण ने ऐसा इतिहास रचा जो दशकों तक लोग भूल नहीं पायेंगे। अभी जब रामायण का फिर से प्रसारण शुरू हुआ है तो इस सीरियल ने फिर से टीआरपी के सारे रिकार्ड ध्वस्त कर दिये हैं। प्रोड्यूसर-डायरेक्टर रामानंद सागर को खासतौर से ‘रामायण’ के लिए जाना जाता है। इस सीरियल का हर किरदार अपने आप में खास था। बात चाहे राम बने अरुण गोविल की हो या फिर रामभक्त हनुमान बने दारा सिंह की।
बुधवार 8 अप्रैल को हनुमान जयंती है तो हम बात करते हैं रामायण में हनुमान के किरदार का। इस रोल को दारा सिंह ने जीवंत बना दिया था। रामायण सीरियल में उन्होंने हनुमान का रोल ऐसे निभाया कि लोग उन्हें राम भक्त हनुमान ही समझने लगे। वो इस शो के बाद इतने फ़ेमस हो गए थे कि लोग मंदिरों में और अपने घरों में हनुमान की मूर्ती और तस्वीरों के स्थान पर उनके ही पोस्टर और मूर्तियां लगाने लगे थे।
हनुमान के रोल में दारा सिंह तब भी सबसे पसंदीदा थे और आज भी सभी के फेवरिट हैं। दारा सिंह वो नाम थे जिनका नाम हिंदी सिने जगत और रेसलिंग की दुनिया में बड़े ही अदब से लिया जाता था। रुस्तम-ए-हिंद उर्फ़ दारा सिंह ने हिंदी फ़िल्मों में शर्टलेस होने का ट्रेंड शुरू किया था। उनका असली नाम दीदार सिंह रंधावा था। हिंदी सिने जगत में उन्होंने काफ़ी मान-सम्मान कमाया। एक दौर ऐसा भी था जब लोग उन्हें भगवान मानकर उनकी पूजा भी करने लगे थे।
क़िस्सा रामायण सीरियिल से जुड़ा है। बात उन दिनों की है जब रामानंद सागर को इस सीरियल के लिए एक्टर्स की तलाश थी। राम के किरदार के लिए वो अरुण गोविल को फ़ाइनल कर चुके थे। लेकिन राम भक्त हनुमान के लिए उन्हें एक गठीले कद वाले एक्टर की तलाश थी। उनकी ये तलाश दारा सिंह पर जाकर ख़त्म हुई जो पहलवानी के साथ ही फ़िल्मों में अपना जलवा दिखा चुके थे।
दारा सिंह यानी दीदार सिंह रंधावा पंजाब के अमृतसर में पैदा हुये। व‍ह ऐक्‍टर होने के साथ-साथ एक रेसलर भी थे। लंबी-चौड़ी कद-काठी। मजबूत शरीर और खूबसूरत चेहरे के साथ दमदार आवाज। ‘रामायण’ में जब दारा सिंह को हनुमान के रोल में कास्‍ट किया गया, तब सभी को सबसे अधिक चिंता थी उनके पंजाबी टोन की। पौराणिक कथा होने की वजह से ‘रामायण’ के सभी डायलॉग्‍स विशुद्ध हिंदी में थे। लेकिन दारा सिंह ने बखूबी काम किया और पूरे देश का दिल जीत लिया। वो भी तब जब वो उम्र के सातवें दशक में थे। उनको जब रामायण में हनुमान का किरदार ऑफर हुआ तो वे 60 साल की उम्र क्रॉस कर चुके थे।
जब रामायण की कास्‍ट‍िंग हो रही थी, तब हनुमान के रोल के लिए रामानंद सागर के जेहन में सिर्फ एक नाम था दारा सिंह। लिहाजा उन्‍होंने फोन उठाया और दारा सिंह से कहा – दारा आप मेरे नए टीवी सीरियल में हनुमान का रोल कर रहे हैं।
इस पर दारा सिंह तब थोड़े हिचके भी थे। दारा सिंह ने रामानंद सागर से कहा – सागर साहब, मैं अब करीब 60 साल का हो गया हूं। किसी यंग ऐक्‍टर को कास्‍ट कर लीजिए। इस पर रामानांद सागर बोले – आप हनुमान हो। आप बेस्‍ट हो। जाहिर तौर पर दारा सिंह उनकी बात काट नहीं सके और वह हनुमान बन गए। फिर एक दौर ऐसा भी आया जब मंदिरों में हनुमान के रूप में दारा सिंह की तस्‍वीरें लगने लगी थीं। दारा सिंह को भारतीय सिनेमा का ‘आयरन मैन’ कहा जाता था। 19 नवंबर 1928 को पैदा हुए दारा सिंह का 2012 में 12 जुलाई के दिन 83 साल की उम्र में उनका निधन हो गया।

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