New Delhi : निजामुद्दीन मरकज के तबलीगी जमात में शामिल मुस्लिम क्वारैंटाइन सेंटर में बदसलूकी पर उतर आये हैं। उनका हौसला इतना बढ़ गया है और वे इतने बेखौफ हैं कि उन्होंने टोकने पर कर्मचारियों और डाक्टरों पर थू’क’ना शुरू कर दिया। यही नहीं, पूरे सेंटर को थू थू करके भर दिया है।
परेशानी इस लेवल पर आ गई है कि उत्तर रेलवे के CPRO (मुख्य सूचना जनसंपर्क अधिकारी) को पूरी जानकारी पब्लिक डोमेन में डालनी पड़ी। उन्होंने ट्वीट किया – तबलीगी जमात निज़ामुद्दीन के 167 लोग कल रात 9 बजकर 40 मिनट पर 5 बसों में तुगलकाबाद क्वारैंटाइन सेंटर पहुंचे थे। 97लोगों को डीजल शेड ट्रेनिंग स्कूल हॉस्टल में और बाकी 70 को RPF बैरक क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया है। आज सुबह से जमात के लोग बेतरतीब मांगें करने लगे। खाने पीने की ऐसी चीजें मांगने लगे जो दे पाना संभव नहीं था। जब क्वां रैंटाइन सेंटर के कर्मियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो उनसे बदतमीजी पर उतर आये। इसके बाद वे सभी कर्मचारियों, डाक्टरों पर थू’क’ने लगे। जब कर्मचारी वहां से हटे तो उन लोगों ने पूरा कैंपस थूक से भर दिया। वे लोग बदमाशी पर उतर आये हैं और पूरे कैंपस में घूम रहे हैं जिससे आम लोगों पर भी खतरा मंडराने लगा है।
बता दें निज़ामुद्दीन मरकज़ के तबलीगी जमात में हिस्सा लेने वाले लोगों में से 134 लोगों की जांच के बाद रिपोर्ट आ गई है और सभी लोग कोरोना पॉजेटिव पाये गये हैं। यानी सभी को कोरोना हो गया है। NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक देश के अलग अले हिस्से में मरकत में शामिल होने वाले लोग कोरोना पॉजेटिव पाये गये हैं।
इधर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज बताया – मरकज से 2346 लोगों को निकाला गया है। इसमें से 1810 लोगों को क्वारैंटाइन किया गया है। 536 लोगों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। जिन लोगों में कोरोना के लक्षण या बीमारी के लक्षण नजर आये उन सभी को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।
बहरहाल जिन 134 लोगों में पुष्टि हुई है उसमें से 50 तमिलनाडु के हैं। आज सुबह 4 बजे मरकज को खाली कराया गया। 2346 लोग मरकज़ से निकाले गए। हालांकि, मरकज़ से जुड़े लोगों का दावा था कि अंदर महज़ 1000 लोग थे। सोमवार को निजामुद्दीन मरकज में रुके लोगों को बाहर निकालने की कार्रवाई शुरू की गई थी। दिल्ली पुलिस ने मरकज़ प्रशासन के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इस मामले की जांच पुलिस क्रा’इ’म ब्रांच करेगी।