New Delhi : कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के कारण देश में लॉकडाउन का चौथा चरण जारी है, जिसकी मियाद 31 मई को खत्म हो रही है। लॉकडाउन के दौरान कई तरह की पाबंदियां लगी हुई हैं। इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक जून से राज्य के सभी धार्मिक स्थलों को खोलने की इजाजत दे दी है। हालांकि इस दौरान लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा।
सभी पूजा स्थल, मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारा खुलेंगे, लेकिन एक समय पर 10 से अधिक लोगों को अनुमति नहीं दी जाएगी, धार्मिक स्थलों पर कोई सभा नहीं होगी। इसे 1 जून से लागू किया जाएगा :पश्चिम बंगाल CM ममता बनर्जी #CoronavirusLockdown pic.twitter.com/KsMT1gMaDz
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 29, 2020
ममता बनर्जी ने कहा है कि पश्चिम बंगाल में एक जून से धार्मिक स्थल खोले जा सकते हैं, लेकिन बड़े धार्मिक आयोजन की इजाजत नहीं होगी। उन्होंने कहा है कि सभी धार्मिक स्थल जैसे कि मंदिर, मस्जिद, गुरुद्वारे एक जून से खोले जाएंगे, लेकिन यहां एकबार में 10 से अधिक लोगों को इजाजत नहीं दी जाएगी।
साथ ही उन्होंने पश्चिम बंगाल में आठ जून से सभी सरकारी और गैरसरकारी संस्थानों को पूरी तरह से छूट दे दी है। इनपर किसी भी तरह की पाबंदी नहीं रहेगी। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को जिम्मेदार ठहराया है। ममता बनर्जी ने शुक्रवार को कहा कि पश्चिम बंगाल पिछले दो महीने में कोविड-19 को फैलने से रोकने में सफल रहा था, लेकिन अब मामले इसलिए बढ़ रहे हैं, क्योंकि बाहर से लोग लौट रहे हैं। उन्होंने श्रमिक स्पेशल ट्रेनों को कोरोना एक्सप्रेस बताया।
Public, private sectors to open up in West Bengal with 100 per cent strength from June 8: CM Mamata Banerjee
— Press Trust of India (@PTI_News) May 29, 2020
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा कि रेलवे हजारों प्रवासी श्रमिकों को एक ही ट्रेन में भेज रहा है, अधिक ट्रेनें क्यों नहीं दी जा रही हैं? उन्होंने कहा कि रेलवे श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के नाम पर कोरोना एक्सप्रेस चला रही है।