तनातनी अपरमपार- भारत ने कहा- मौजूदा स्थिति बने रहने से माहौल खराब होगा, चीन बोला-देखेंगे

New Delhi : भारत ने गुरुवार 25 जून को इस आरोप से पूरी तरह इनकार किया कि उसने चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा पर यथास्थिति बदलने का कोई प्रयास किया है। भारत ने कहा है- चीन मई के शुरू से ही एलएसी पर बड़ी संख्या में सैनिक जमावड़ा कर रहा था, जिसके कारण भारत को भी सैनिक तैनात करने पड़े हैं।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने चीन के उस दावे का खंडन किया है कि भारत ने दोनों देशों के बीच 3488 किलोमीटर लंबी एलएसी पर यथास्थिति बदलने का प्रयास किया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने ऑनलाइन मीडिया ब्रीफिंग में कहा – इस संबंध में चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता का दावा बिलकुल बेबुनियाद है। एलएसी पर चीन की मौजूदा स्थिति सभी समझौतों का उल्लंघन है।

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बार-बार यह दावा किया है कि एलएसी पर यथास्थिति में बदलाव भारत ने किया है और उसकी सेना ने जून 15 और 16 की दरम्यानी रात को दो बार एलएसी पार किया था और चीनी सैनिकों को उकसाया था। श्रीवास्तव ने कहा – भारत ने इस मामले में अपना रुख पहले भी स्पष्ट कर दिया था। एलएसी पर मौजूदा स्थिति जारी रहने से आगे भी माहौल खराब होगा। चीन मई के शुरू से ही पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में एलएसी पर बड़ी संख्या में सैनिक जमावड़ा कर रहा था और भारत को भी इस वजह से सैनिकों की तैनाती करनी पड़ी है। एलएसी पर चीनी सैनिकों का व्यवहार मौजूदा समझौतों के उल्लंघन का परिचायक है।
इधर, इस पूरे मामले पर चीनी राजदूत सुन ने कहा- इस समय भारत चीन सीमा पर कुल मिलाकर स्थिति स्थिर और नियंत्रण में हैं। चीनी राजदूत ने उल्टा भारत पर आरोप लगाते हुए कहा – भारत द्वारा उठाये गये कदम विभिन्न द्विपक्षीय समझौतों की भावनाओं के अनुरुप नहीं हैं। यह पूछे जाने पर कि चीन और भारत के बीच मौजूदा सीमा विवाद का समाधान कैसे हो सकता है, चीनी राजदूत ने कहा- इसका दायित्व चीन पर नहीं है।

उन्होंने आगे कहा- मौजूदा स्थिति का समुचित समाधान करने के लिये हम भारतीय पक्ष के साथ कार्य करने को तैयार हैं। चीन, सीमा पर शांति और स्थिरता को बनाए रखने और संबंधों के सतत विकास के लिए भारत के साथ मिलकर काम करने को तैयार है। आपसी सम्मान और समर्थन निश्चित रूप से दोनों देशों के दीर्घकालिक हित में है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *