New Delhi : चीन और अमेरिका के बीच लगातार तनातनी बढ़ती जा रही है। तिब्बत में मानवाधिकार उल्लंघन को लेकर वाशिंगटन की तरफ से चीन के अधिकारियों पर लगाये गये प्रतिबंध के जवाब में बीजिंग ने भी कुछ ऐसा ही कदम उठाया है। चीन ने बुधवार को कहा – तिब्बत को लेकर अमेरिका के ‘अहंकारी’ व्यवहार के चलते वह अमेरिकी नागरिकों पर वीजा बैन लगायेगा।
In response to the wrong US move, we decide to impose visa restrictions on US personnel with egregious behavior on Tibet.
pic.twitter.com/YKp8nIzrVQ— Lijian Zhao 赵立坚 (@zlj517) July 8, 2020
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने मंत्रालय की ब्रीफिंग करते हये इस बात का ऐलान किया। उन्होंने कहा – बीजिंग तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र (टीएआर) में विदेशी हस्तक्षेप की इजाजत नहीं देगा। यह प्रांत भारत की सीमाओं से लगा हुआ है जो दुनिया में सबसे ज्यादा प्रतिबंधित और सेंसर्ड क्षेत्र है।
चीन ने पहले ही तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र (टीएआर) में आने के लिये विदेशियों पर प्रतिबंध लगा रखा है और ये न सिर्फ अमेरिका बल्कि खासतौर पर राजनयिकों और पत्रकारों पर है। वह सिर्फ सीमित संख्या में विदेशी पर्यटकों को अनुमति दे रहा है और आमंत्रित मेहमानों के साथ हमेशा हैंडर्स होते हैं।
मंगलवार को अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियों ने तिब्बती क्षेत्रों में चीनी सरकार की तरफ से मानवाधिकारों के उल्लंघन का हवाला देते हुये कहा – अमेरिका कुछ चीनी अधिकारियों के वीजा पर रोक लगायेगा क्योंकि बीजिंग अमेरिकी राजनयिकों, पत्रकारों और पर्यटकों को यात्रा से रोकता है।
झाओ ने कहा – अमेरिका की तरफ से उठाये गये कदमों पर चीन कड़ा विरोध करता है। अमेरिका की तरफ से उठाये गये गलत कदमों के जवाबी कार्रवाई में चीन ने फैसला किया है कि वह अमेरिकी लोगों पर वीजा बैन लगायेगा जो तिब्बत संबंधी मुद्दों पर बुरा बर्ताव करता है।