New Delhi : अब माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए जाने वाले भक्त दिल्ली से सिर्फ 7 घंटे में कटरा पहुंचेंगे। यह अमृतसर के रास्ते 2023 की दिवाली के समय से संभव हो सकेगा। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने 634 किलोमीटर के ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे परियोजना के लिए 160 किमी के सड़क खंड के निर्माण के लिये टेंडर जारी कर दिया है। यह वर्तमान में बहादुरगढ़ के पास कुंडली मानेसर पलवल के बीच में बनाया जाएगा।
India celebrates #Navratri festival @deepduttajourno gets the ground report from Katra where the holy shrine of Mata #VaishnoDevi is nestled in the foothills of Trikuta. pic.twitter.com/DQ2BbA0oXn
— Mirror Now (@MirrorNow) October 18, 2020
Special prayer at #VaishnoDevi shrine marks start of #Navratrashttps://t.co/rysK1Y2kTo
— The Tribune (@thetribunechd) October 18, 2020
Night view of shri Mata #VaishnoDevi bhawan. #Navratri2020 pic.twitter.com/fNpLbFViiB
— DD NEWS JAMMU (@ddnews_jammu) October 17, 2020
#VIDEO: पहले नवरात्र के अवसर पर कटरा #VaishnoDevi में सायंकाल की आरती। pic.twitter.com/R47jryC0cp
— Dr Jitendra Singh (@DrJitendraSingh) October 17, 2020
यह फोर-लेन एक्सप्रेस-वे 35 हजार करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि राजमार्ग का निर्माण इस साल दिसंबर में शुरू होगा। परियोजना को इस तरह से डिजाइन किया जाएगा कि इसे 6 लेन तक विस्तारित किया जा सके। NHAI के एक अधिकारी ने कहा, “राजमार्ग को फोर लेन ट्रैफिक को ध्यान में रखते हुए बनाया जा रहा है।” दैनिक यातायात लगभग 26,641 कार इकाइयों के होने की उम्मीद है। बाद में यह बढ़कर 30,840 हो सकता है। ‘
ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे द्वारा दिल्ली से कटरा के बीच की दूरी 40 किमी कम हो जाएगी। इस एक्सप्रेसवे पर कारें 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकेंगी। यह एक्सप्रेसवे सिग्नल फ्री होगा। अभी दिल्ली से कटरा तक सड़क मार्ग से जाने में कम से कम 11 घंटे लगते हैं। एक्सप्रेस वे से लोग 4 से 4.5 घंटे में अमृतसर से दिल्ली पहुंच जाएंगे। कटरा पहुंचने में लगभग 7 घंटे लगेंगे।
एक्सप्रेसवे परियोजना को यह ध्यान में रखते हुए मंजूरी दी गई है कि दिल्ली-जालंधर खंड NH-44 जो कई धार्मिक स्थानों और औद्योगिक शहरों को जोड़ता है, 2028 तक ओवरलोड हो जाएगा। इसे चौड़ा किया जा रहा है। इस एक्सप्रेसवे से सिखों के कई धार्मिक स्थल जुड़े होंगे और भक्त कम से कम समय में पहुंच सकेंगे। यह सुल्तानपुर लोधी, खडूर साहिब, तरन-तारन और डेरा बाबा नानक / करतारपुर साहिब को भी जोड़ेगा।