New Delhi : Corona Virus के संक्रमण को रोकने के लिए राज्य सरकार ने 31 मार्च तक लॉकडाउन का फैसला किया है। पहले दिनसोमवार को पटना के कई इलाकों में लॉकडाउन बेअसर दिख रहा है। अगमकुआं, कदमकुआं नाला रोड और पटेल नगर में मछली, मांसऔर पान की दुकानें खुली दिखी। लोग यहां घूमते और गप करते दिखे। मीठनपुर बस स्टैंड पर लोग बस की छत पर सवार होकर सफरकरते दिखे।
31 मार्च तक लॉकडाउन के फैसले के बाद बड़ी संख्या में लोग अपने गांव जा रहे हैं। सोमवार को पटना के मीठापुर बस स्टैंड पर लोगोंकी भीड़ दिखी। बस के अंदर खड़े होने तक की जगह न मिली तो लोग छत पर बैठ गए। लोग जान जोखिम में डालकर सफर कर रहे हैंताकि अपने गांव लौट सकें। लोगों से मनमाना किराया भी वसूला जा रहा है।
बिहार में अभी तक कोरोना के दो मरीज मिले हैं। पीएमसीएच में 24 घंटे में कोरोना के संदिग्ध 13 नए मरीज भर्ती हुए हैं। इनका सैंपलजांच के लिए भेजा गया है। दूसरे देश से बिहार आए 520 लोगों को सर्विलांस पर रखा गया है। 119 संदिग्ध मरीजों को आइसोलेशन मेंरखा गया है। पटना एम्स का ओपीडी अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया है। यहां सिर्फ इमरजेंसी मरीजों का ही इलाज कियाजा रहा है।
लॉकडाउन के बाद भी रविवार रात को पटना सिटी के एक कम्युनिटी हॉल में शादी समारोह में लोग जुटे थे। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करलोगों के हटाया और कम्युनिटी हॉल को सील कर दिया। 5-6 लोगों की मौजूदगी में शादी की रस्म पूरी की गई।
फुलवारी में लॉकडाउन का असर नहीं है। दुकान खुली हैं। लोग बाजार में घूम रहे हैं। मसौढ़ी में लॉक डाउन का असर नहीं दिखा। दुकानेंखुली, सड़क पर वाहनों का परिचालन भी पूर्व की तरह चालू रहा। बाढ़ में सुबह दुकानें खुली और गाड़ियां भी चलने लगी। बाद में पुलिसने गाड़ियों को रोका और दुकानों को बंद कराया। फतुहा में लॉकडाउन का कोई असर नहीं दिखा। यहां ऑटो, ट्रक व अन्य गाड़ियां चलरही हैं। दुकानें खुली हैं। बख्तियारपुर में सार्वजनिक वाहन बे रोक–टोक चल रहे हैं। दुकानें भी खुली हैं।
इधर, बिहार की राजधानी पटना में 12 विदेशी मुसलमानों को पकड़ा गया है। सभी जर्मनी या इटली से आये हुये हैं। पटना के कुर्जीमोहल्ले की मस्जिद से पकड़े गये इन विदेशियों के बारे में पुलिस गहन जाँच पड़ताल कर रही है।
पटना के कुर्जी के गेट नंबर 74 के पास स्थित मस्जिद में 12 विदेशी नागरिक छिपे थे। सभी धर्म के प्रचार के सिलसिले में पटना में आयेहुये हैं। वे ख़ासतौर पर नशामुक्ति और धर्म की प्रासंगिकता प्रसार कर रहे हैं। मोहल्ले के लोगों को जब इसकी सूचना मिली तो वे हंगामाकरने लगे। लोगों का कहना था कि कोरोना फैला हुआ है और यहां विदेशी लोगों को छिपाकर रखा गया है। हंगामे की सूचना पर पुलिसआई और सभी विदेशी नागरिकों को अपने साथ ले गई।