New Delhi : शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार रात 9 बजे मध्यप्रदेश के 32वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोहसिर्फ 3 मिनट तक चला। वे मध्यप्रदेश के इतिहास में ऐसे पहले नेता हैं, जो चौथी बार सीएम बन गए हैं। शपथ के बाद उन्होंने कहा कियह मौका उत्सव का नहीं है। हमें कोरोना वायरस के खिलाफ जंग जीतनी है।
उन्होंने लोगों से अपील की कि वे नियमों का पालन करें और जिम्मेदार नागरिक की भूमिका निभाएं। शिवराज इससे पहले 2005 से2018 तक लगातार 13 साल सीएम रह चुके हैं। 20 मार्च को कमलनाथ के इस्तीफे के बाद सीएम पद की दौड़ में शिवराज ही सबसेमजबूत दावेदार थे। शिवराज के अलावा अब तक अर्जुन सिंह और श्यामाचरण शुक्ल तीन–तीन बार सीएम रहे हैं।
मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार बनने और चौथी बार मुख्यमंत्री का पद संभालने पर श्री शिवराजसिंह चौहान जी को हार्दिक बधाई।प्रदेश के विकास प्रगति और उन्नति में मैं सदैव आपके साथ खड़ा हूं।मुझे पूरा विश्वास है कि आप के नेतृत्व में मप्र विकास के नए आयाम स्थापित करेगा।@ChouhanShivraj pic.twitter.com/xWFfaRIjaT
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) March 23, 2020
शिवराज ने कहा– हम सबकी यह स्वाभाविक इच्छा होती है कि शपथ के बाद मैं विनय और आभार प्रकट करूं। आज परिस्थिति अलगहै। कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए हाथ मिलाना और पुष्पगुच्छ स्वीकार करना ठीक नहीं होगा। हमारे प्रदेश में भीकोरोनावायरस ने दस्तक दी है।
मोदीजी के आह्वान पर आपने जनता कर्फ्यू को सफल बनाया है। हमारा दायित्व है कि हम बुजुर्गों का ध्यान रखें। निर्देशों का पालन करजिम्मेदार नागरिक होने का परिचय दें।
इससे पहले शिवराज सिंह चौहान ने विधायक दल की बैठक में कहा– मेरे लिए आज बहुत भावुक पल है। भाजपा मेरी मां है और मैं मां केदूध की लाज रखने में कोई कसर नहीं छोड़ूंगा। जाने वाली सरकार सब तबाह करके गई है। शासन करने की शैली में भी अब परिवर्तनकिया जाएगा। काम बोलेगा, हम मिलकर काम करेंगे। जनकल्याण का नया इतिहास रचेंगे। यह उत्सव का समय नहीं है। परिस्थितियांहमें इजाजत नहीं देती। कोरोना के संकट को समाप्त करना है। तत्काल हमें काम पर जुटना है। जो भावनाएं मोेदीजी ने प्रकट की है, उनभावनाओं से हमें जुड़ना है। संक्रमण की चेन को हमें तोड़ना है। कोई उत्साह, उत्सव और समारोह नहीं होगा।