New Delhi : महाराष्ट्र में शिवसेना के एक विधायक प्रताप सरनाइक ने श्रीराम जन्मभूमि न्यास को पत्र लिखकर अपील की है कि मंदिर निर्माण की नींव रखने के प्रोग्राम में शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को मुख्य अतिथि बनाया जाये क्योंकि बाला साहेब ठाकरे और शिवसेना ने श्रीराम मंदिर के लिये सर्वाधिक बलिदान दिया है। महाराष्ट्र में शिवसेना विधायक प्रताप सरनाइक ने राम जन्मभूमि न्यास को चिट्ठी लिखकर कहा है- भूमि पूजन कार्यक्रम में उद्धव ठाकरे को चीफ गेस्ट बनाया जाये।
Shiv Sena MLA from Thane, Pratap Sarnaik has written to the chief trustee of Ram Janmabhoomi Teerth Kshetra requesting him to invite party president and Maharashtra CM Uddhav Thackeray to the foundation laying ceremony of Ram temple in Ayodhya. pic.twitter.com/Fw7LPuE3vo
— ANI (@ANI) July 20, 2020
दूसरी तरफ शिवसेना सांसद संजय राउत ने सोमवार को दावा किया – शिवसेना ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया। रास्ते की मुख्य रुकावटों को राजनीति के लिये नहीं बल्कि आस्था और हिंदुत्व के लिये दूर किया। यह देखना होगा कि अगले महीने मंदिर निर्माण के लिये आधारशिला रखने के समारोह के लिये कितने लोगों को आमंत्रित किया जायेगा और कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप को देखते हुये सामाजिक दूरी संबंधी क्या कदम उठाये जायेंगे।
इधर भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि श्रीराम मंदिर निर्माण की घोषणा के साथ ही हमने विपक्षियों को करारा जवाब दे दिया है। हमने बता दिया है कि हम सिर्फ बोलते नहीं हैं बल्कि कर के दिखाते हैं। श्रीराम मंदिर निर्माण की तारीख तय हो गई है और पूरा देश प्रसन्न है।
Uddhav Thackeray visited Ayodhya after taking oath as the Maharashtra Chief Minister. Shiv Sena has removed the obstacles in the path of construction of Ram Temple. No invitation is needed to visit Ayodhya: Shiv Sena MP Sanjay Raut pic.twitter.com/ur1UrZlPcb
— ANI (@ANI) July 20, 2020
उत्तर प्रदेश भाजपा के महामंत्री विद्यासागर सोनकर ने 20 जुलाई को जौनपुर में कहा- अब हमने अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर निर्माण की तिथि बताकर विपक्ष की बोलती बंद कर दी है। सोनकर ने संवाददाताओं से बातचीत में विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुये कहा- भाजपा का नारा था कि रामलला हम आयेंगे, मंदिर वहीं बनायेंगे। विपक्षी दलों ने इसे तोड़-मरोड़ कर कहा कि रामलला हम आयेंगे, मंदिर वहीं बनायेंगे, लेकिन तारीख नहीं बतायेंगे। अब भाजपा ने मंदिर निर्माण की तारीख भी घोषित कर दी है और विपक्षी दलों की बोलती बंद कर दी।