New Delhi : महाराष्ट्र में शिवसेना के गुंडों ने एक पूर्व नेवी ऑफिसर मदन शर्मा की पिटाई की है। बुजुर्ग नेवी अफसर को बहुत बुरी ढंग से पीटा। सीसीटीवी पर सब कैद है। पूर्व नेवी ऑफिसर ने कहा – उन्हें शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने इसलिये पिटाई कि क्योंकि उन्होंने व्हाट्सएप पर एक कार्टून शेयर किया था। पहले पुलिस गिरफ्तार करने आयी थी। महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेन्द्र फडनवीस ने कहा- काफी दुखद और अचंभित करने वाली घटना है। रिटायर्ड नेवी ऑफिसर की सिर्फ इसलिये पिटाई की गई क्योंकि व्हाट्सएप पर एक कार्टून फॉरवर्ड किया था। कृप्या गुंडा राज रोकिये उद्धव जी। हम ऐसे गुंडों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और सजा की मांग करते हैं।
Extremely sad & shocking incident.
Retired Naval Officer got beaten up by goons because of just a whatsapp forward.
Pls stop this GundaRaj Hon Uddhav Thackeray ji.
We demand strong action and punishment to these goons. https://t.co/g4fQ5xfPYz pic.twitter.com/p1vdP2P0m8— Devendra Fadnavis (@Dev_Fadnavis) September 11, 2020
Beating of Madan Sharma, a retired naval officer who has spent years of his life defending country's maritime borders by #Shivsena Goons in Mumbai, is reflection of party's mentality.
The disciples of those who did not dare to leave the house are now showing strength to elderly pic.twitter.com/zlZdv2RKu4
— Devang Dave (@DevangVDave) September 11, 2020
अभिनेत्री कंगना राणावत के कार्यालय की तोड़फोड़ करके अपनी मर्दानगी दिखाने वाले सत्ताधारी शिवसेना ने अब सत्ता के मद में एक बुजुर्ग भूतपूर्व नौसेना अधिकारी मदन शर्मा को मारपीट करते हुए उनकी आंख को जबरदस्त चोट पहुंचाई है। मुख्यमंत्री घरबैठे तानाशाही चला रहे है। pic.twitter.com/qF2NVcIN55
— Atul Bhatkhalkar (@BhatkhalkarA) September 11, 2020
रिपब्लिक टीवी की खबर के अनुसार, पूर्व अधिकारी का इलाज इस समय शताब्दी अस्पातल में चल रहा है। महाअघाड़ी सरकार के रवैए से नाराज होकर और असंतुष्टि जताते हुए पूर्व नेवी अधिकारी कहते हैं कि राज्य में में राष्ट्रपति शासन लागू हो जाना चाहिये। इधर कंगना रनौत प्रकरण में शिवसेना अकेली पड़ गई है। सभी पार्टियां कंगना के साथ खड़ी हो गईं हैं। सरकार के भीतर से भी कंगना के सपोर्ट में खबरें आ रही हैं। सरकार में शामिल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के छगन भुजबल ने कंगना के ऑफिस तोड़ने की बीएमसी की कार्रवाई को गलत करार दिया है।
भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने कहा है कि यह सरकार कमजोरों के साथ अन्याय कर रही है। हाईकोर्ट के आदेशों के बाद भी माफिया डॉन और इंडिया के मोस्ट वांटेड दाऊद इब्राहिम के भिंडी बाजार वाले घर को तो नहीं तोड़ा। कंगना रनौत इन लोगों को साफ्ट टार्गेट दिख गईं तो उनके पीछे पड़ गये।
हाईकोर्ट ने दाऊद के भिंडी बाजार वाले घर को तोड़ने का आदेश दिया था। इस आदेश पर अमल नहीं किया गया। बीएमसी ने हाईकोर्ट में कहा कि अभी कोरोना की वजह से दाऊद का घर नहीं तोड़ा जा सका है। यही नहीं अवैध निर्माण के 1 लाख से अधिक केस बीएमसी के पास लंबित है पर कार्रवाई कर करोड़ों का नुकसान किया गया बॉलीवुड क्वीन कंगना रनौत का।
पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडनवीस ने कहा- अभी जो अवैध निर्माण को लेकर हो हल्ला मचा है, रोज नये मामले सामने आ रहे हैं, उसके पीछे प्रतिपक्ष नहीं है। बल्कि सरकार खुद है। सरकार पूरी ताकत लेकर कंगना रनौत का घर तोड़ने पहुंच गई। उसकी आधी ताकत भी अगर कोरोना आपदा में लगाया होता तो महाराष्ट्र की ऐसी खराब स्थिति नहीं होती। कोरोना कमजोर पड़ गया होता। लोगों की हालत स्थिर होती।
Shame … https://t.co/oYJpdyMAm0
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) September 11, 2020
You have grown up in the west and lived here in India. You may be aware of the struggles of women. History will judge your silence and indifference when your own Government is harassing women and ensuring a total mockery of law and order. I hope you will intervene 🙏@INCIndia
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) September 11, 2020
Great Bala Saheb Thakeray one of my most favourite icons, his biggest fear was some day Shiv Sena will do Gutbandhan and become congress @INCIndia I want to know what is his conscious feeling today looking at the condition of his party ? pic.twitter.com/quVpZkj407
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) September 11, 2020
इस मामले को लेकर कल शरद पवार ने कहा था कि उद्धव सरकार ने ठीक नहीं किया और आज छगन भुजबल ने भी पूरे प्रकरण में बीएमसी की कार्रवाई को गलत बताया। कहा- इसको बेवजह तूल दिया जा रहा है, मुम्बई में किसी के साथ ऐसा नहीं होना चाहिये। दूसरी तरफ कंगना रनौत अभी भी मसले पर पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। उन्होंने आज फिर कई ट्वीट के जरिये सीधे मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, राज्य सरकार के साथ कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लपेटे में ले लिया है।