New Delhi : कोरोना महामारी की वजह से मंदी की चपेट में चले गये ऑटो इंडस्ट्री ने रिकवरी का रास्ता बहुत तेजी से पकड़ा। ऑटो इंडस्ट्री में लौटी चमक बता रही है कि भारत की अर्थव्यवस्था बहुत ही तेजी से पटरी पर वापस आ रही है। कम से कम भारत में अभी यह पहला ऐसा सेक्टर है जो कोरोना की मार झेलने के बाद कर्मचारियों को सैलरी इन्क्रीमेंट और प्रमोशन दे रहा है। इसका कारण यह है कि बाजार उम्मीद से कहीं अधिक तेजी से आगे बढ़ रहा है। और आत्मनिर्भर भारत की उम्मीद में चार चांद लग गये हैं।
Almost two months since the resumption of operations, 10 of the 14 #carmakers have released #bonuses and #incentives for last year and half a dozen of them have given promotions or are in the process of doing so.https://t.co/yzTJJ74TZj
— ET Auto (@ETAuto) July 20, 2020
बहरहाल टोयोटा किर्लोस्कर ने अपने श्रमिकों के लिये सैलरी इन्क्रीमेंट की घोषणा की है। हुंडई मोटर इंडिया ने कारखाने के श्रमिकों की मजदूरी बढ़ाई है। इसके अलावा कार्यालय में अधिकारियों के सैलरी इन्क्रीमेंट से संबंधित फैसले लेने की प्रक्रिया में है। भारत में ऑटो सेक्टर का मार्केट लीडर मारुति सुजुकी आने वाले दो महीनों में बोनस और इंसेंटिव जारी कर सकता है। जबकि एमजी मोटर में भी सैलरी इन्क्रीमेंट की घोषणा की जा रही है।
बाकी सेक्टर की तरह ही ऑटो सेक्टर के कर्मचारी और अफसर इस बात को लेकर चिंतित थे कि सैलरी कटौती और मैनपावर छंटनी में कहीं उनका नाम न आ जाये। सबको उम्मीद थी कि ऐसा ही होगा। क्योंकि कोरोना वायरस की वजह से लॉकडाउन और बाकी समस्याओं का असर सीधा ऑटो इंडस्ट्री पर पड़ा। मार्केट ऐतिहासिक रूप से गिरा। इसके बाद भी अब जब मार्केट ने रफ्तार पकड़ी है तो सभी की आशंकायें निर्मूल साबित हुई हैं।
फिलहाल दोबारा मार्केट के खुलने के लगभग दो महीने बाद, 14 कार निर्माताओं में से 10 ने पिछले साल के लिये बोनस और प्रोत्साहन जारी किये हैं। इनमें से आधा दर्जन कंपनियों ने प्रमोशन की या तो घोषणा की है या फिर करनेवाली है। बेस सैलरी और पोजिशन के आधार पर होंडा, टोयोटा और रेनो ने 4-14% की सैलरी इन्क्रीमेंट दी है।
हुंडई मोटर इंडिया के वरिष्ठ उपाध्यक्ष स्टीफन सुधाकर ने इकनामिक टाइम्स से बात करते हुये कहा – कंपनी जूनियर, मिडिल और सीनियर लेवल के कैडर के लिये अपनी योजनाओं को मजबूत करने की प्रक्रिया में हैं। मारुति, फोर्ड, स्कोडा वोक्सवैगन और एमजी मोटर ने वेतन वृद्धि पर फैसला टाल दिया था, लेकिन अब जल्द ही इस पर फैसला होने की संभावना है।
एमजी मोटर इंडिया के प्रबंध निदेशक राजीव चाबा ने कहा- सामान्य स्थिति में वापस आने वाली चीजों के साथ, हम अगले 2 से 3 महीने में सैलरी इन्क्रीमेंट और प्रमोशन देने की योजना बना रहे हैं।
टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के कंट्री हेड और सीनियर वाइस प्रेसिडेंट विक्रम गुलाटी ने कहा – कंपनी ने अपने कर्मचारियों को लॉकडाउन में भी पेमेंट दिया और श्रमिकों को उनके प्रदर्शन के लिये जुलाई 2020 से वेतन वृद्धि के साथ आगे बढ़ने का फैसला किया है। इसके अलावा कर्मचारियों को बोनस भी दिया जायेगा। सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स के अध्यक्ष राजन वढेरा ने कहा – किसी भी वाहन निर्माता ने स्थायी कार्यबल से किसी को बर्खास्त नहीं किया है। और, जहां तक अस्थायी श्रमिकों का सवाल है, वे उपलब्ध नहीं हैं। ये काफी हद तक प्रवासी श्रमिक हैं और वे अपने गाँव वापस चले गए हैं।