New Delhi : दिल्ली हिं’सा पर बुधवार को लोकसभा में Home Minister Amit Shah ने कहा– 25 फरवरी को रात 11 बजे के बाद एक भी हिं’सा की घटना नहीं हुई। पुलिस मैदान में जूझ रही हो तो उस वक्त हमें वास्तविकता को समझना चाहिए। दिल्ली की जनसंख्या1.70 करोड़ है। जहां दं’गा हुआ, वहां की आबादी 20 लाख है।
शाह ने कहा– पुलिस का सबसे बड़ा काम था, उनकी हिफाजत का। दिल्ली पुलिस ने इसे बखूबी निभाया। 24 फरवरी को 2 बजे के क़रीब पहली सूचना मिली थी और अंतिम सूचना 25 फरवरी को 11 बजे मिली। इसे 36 घंटे में खत्म करने का काम दिल्ली पुलिस नेकिया। चौधरी ने कहा कि मैं ट्रम्प के कार्यक्रम में बैठा था। वहां मेरा जाना तय था, मैं जब वहां गया उस वक्त कोई घटना नहीं हुई। मैं साढे़ छह बजे आ गया था।
उन्होंने कहा– दिल्ली पुलिस ने हिं’सा को फाइनेंस करने वाले 3 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इनसे जो जानकारी मिलेगी, उसकेआधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पूछताछ के लिए किसी को भी बुलाया जा सकता है, लेकिन गिर’फ्ता’री उसकी की होगी, जिसके खिलाफ पुख्ता सबूत होंगे और पहले इन सबूतों की जांच की जाएगी।
शाह ने कहा– CAA को लेकर सदन में पूरी स्पष्टता बरती गई। लेकिन, इसी को लेकर पूरे देश, अल्पसंख्यक युवाओं को गुमराह कियागया। अलग–अलग तरह से चीजें फैलाई गईं। 24 फरवरी के पहले सीएए के विरोध से ज्यादा सीएए के समर्थन में देशभर में रैलियांनिकलीं। 27 से ज्यादा रैलियों में मैं खुद गया हूं। 14 दिसंबर को CAA विरोध की रैली की गई। एक पार्टी के नेता ने कहा कि अगर घर सेबाहर नहीं निकलोगे तो कायका कहलाओगे, आर–पार की लड़ा’ई ल’डो। 16 दिसंबर को शाहीन बाग का धरना शुरू हुआ और वहीं सेइसकी शुरुआत हुई। एक संगठन है यूनाइटेड अगेंस्ट हे’ट, 17 फरवरी को रैली की कि 24 फरवरी को जब ट्रम्प आएंगे तो हम उन्हें बताएंगे कि यहां की सरकार क्या कर रही है। हम सभी को बुलाते हैं कि वो इस दिन सड़कों पर निकलें। 19 फरवरी को वारिस पठान ने कहा कि जो चीज मांगने से नहीं मिलती, वो छीननी पड़ती है। हम 15 करोड़ हैं, लेकिन 100 करोड़ पर भारी पड़ेंगे और आप रोड पर निकलिए।
उन्होंने कहा– किसी की गाढ़े पसीने की कमाई खाक हो जाए तो दुख होगा। वीडियोग्राफी के आधार पर जिन लोगों ने भी दुकानें जला’ईं, उन्हें पकड़कर सारी संपत्ति जब्त की जाएगी। हमने दिल्ली हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस को पत्र लिखा है कि कमेटी के लिए जज का नाम आप दें। 52 भारतीयों की मौ’त हुई, 526 भारतीय घाय’ल हुए, 371 भारतीयों की दुकानें और 142 भारतीयों के घर जले हैं। सदन में हिंदू–मुसलमान के हिसाब से आंकड़े मांगे जाते हैं? मंदिर भी जले और मस्जिद भी जलीं। ओवैसी जी ने जुबेर का उदाहरण दिया, लेकिन IB अधिकारी की बात भी कही होती तो गर्व होता।
शाह ने कहा– दिल्ली हिं‘सा को राजनीतिक रंग देने का प्रयास हुआ। इसे एक धर्म विशेष से भी जोड़ने की कोशिश की गई। जिस तरह सेइस घटना को देश में दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से पेश किया गया और सदन में जिस तरह से इसे रखने की कोशिश की गई, उस पर मैं अपनी बात रखूंगा। शाह बोले– अधीर रंजन ने कहा कि चर्चा में देर क्यों? 25 फरवरी को रात 11 बजे के बाद एक भी हिंसा की घटना नहीं हुई।2 मार्च को सदन शुरू हुआ, दूसरे ही दिन हमने कहा कि होली के बाद चर्चा करेंगे। ऐसा इसलिए ताकि कोई विवाद न उपजे।
उन्होंने कहा– 700 से ज्यादा केस दर्ज किए गए। वीडियो फुटेज और सीटीटीवी फ़ुटेज का 25 से ज्यादा कम्प्यूटर्स पर एनालिसिस किया जा रहा है। आइडेंटिफिकेशन सॉफ्टवेयर के जरिए पहचान की कोशिश कीगई। इसमें वोटर आईडी का डाटा डाला गया था। यह जाति–धर्म नहीं देखता है। 1100 से ज्यादा लोग पहचान लिए गए हैं। 300 सेज्यादा लोग यूपी से यहां दं’गा करने आए थे। यह बताता है कि यह गहरी साजि’श थी। फेस आइडेंटिफिकेश सॉफ्टवेयर के माध्यम सेलोगों की पहचान की गई, 40 टीमें इन्हें गिरफ्तार करने के प्रयास में लगी हैं। हम किसी भी ऐसे व्यक्ति को नहीं बख्शेंगे, जिनका इनमें रोल है। बयान दर्ज किए जा रहे हैं, उसकी वीडियोग्राफी की जा रही है। हमारी पूरी चिंता है कि किसी निर्दोष पर कार्रवाई न हो। 25 तारीख की शाम से शांति समिति की मीटिंग शुरू की। अब तक 650 से ज्यादा ऐसी मीटिंग हो चुकी हैं।