New Delhi : भारत के रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने P-7 हैवी ड्रॉप सिस्टम विकसित करने में सफलता पाई है। इसके जरिये 7-टन वजन तक के सैन्य उपकरणों को IL- 76 विमान से नीचे गिराया जा सकेगा। रक्षा अनुसंधान संगठन का मानना है कि यह प्रणाली पूरी तरह से स्वदेशी है। यह लार्सन एण्ड टुब्रो की मदद से निर्मित की जा रही है। लार्सन टुब्रो ही ऑर्डनेंस फैक्ट्री में पैराशूट और प्लेटफॉर्म सिस्टम बनाती है।
DRDO has developed P7 Heavy Drop System which is capable of para dropping military stores up to 7-ton weight class from IL 76 aircraft. This system is fully indigenous & being manufactured by L&T who makes the platform system, parachutes manufactured by Ordnance Factory: DRDO pic.twitter.com/BMYGXdI4ck
— ANI (@ANI) July 15, 2020
यही नहीं, रक्षा अनुसंधान संगठन ने क्वारंटाइन के दौरान लोगों की निगरानी के लिये एक सॉफ्टवेयर विकसित किया है। इसकी मदद से क्वारंटाइन या आइसोलेशन में रह रहे लोगों की ट्रैकिंग की जा सकती है। यह सॉफ्टवेयर नियमों का उल्लंघन करने पर अधिकारियों को अलर्ट भेजेगा। ऐप को मरीजों के स्मार्टफोन पर इंस्टॉल किया जायेगा जो हर 10 मिनट में कोविड-19 सर्वर पर एक सुरक्षित संदेश भेजेगा।