New Delhi: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बैंकॉक में कहा- अच्छे नेता वे लोग होते हैं जो जमीन से जुड़े होते हैं, जो हो रहा है उसके लिए बहुत अनुभवी होते हैं, लेकिन उनमें देश को एक अलग स्तर पर ले जाने का जुनून भी होता है। बहुत ज़मीन से जुड़े हुए और बहुत दूरदर्शी और ऐसे लोग, मैं आपको बता सकता हूं, जीवन में एक बार ही आते हैं।’ विदेश मंत्री ने कहा कि उनके अनुसार किसी भी समय के सर्वश्रेष्ठ राजनयिक भगवान हनुमान हैं।
External Affairs Minister Dr S Jaishankar says the best diplomat is Prabhu Hanuman
It needs immense courage to make that statement in today's pseudo-secular world! pic.twitter.com/TQnNer9jev
— Mahesh Vikram Hegde 🇮🇳 (@mvmeet) July 16, 2023
जयशंकर ने बैंकॉक पहुंचने के तुरंत बाद भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ‘मुझे लगता है कि इस समय पीएम मोदी जैसा व्यक्ति मिलना देश का बहुत बड़ा सौभाग्य है। और मैं ऐसा इसलिए नहीं कह रहा हूं क्योंकि वह आज के प्रधानमंत्री हैं और मैं उनके मंत्रिमंडल का सदस्य हूं। मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं क्योंकि जब आपके सामने सदी में एक बार होने वाली स्वास्थ्य चुनौती होती है, तो केवल वही व्यक्ति जो इतना जमीन से जुड़ा हो, कह सकता है कि ठीक है, स्वास्थ्य संबंधी चुनौती है, लेकिन घर जाने वाले व्यक्तियों के लिए क्या किया जाएगा; आप उन्हें खिलाने के लिए क्या करेंगे; आप उनके खाते में पैसे कैसे डालेंगे। बहुत से लोगों के मन में यह विचार नहीं होगा कि महिलाएं पैसे का बेहतर प्रबंधन करेंगी।’
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने प्रधानमंत्री मोदी के बारे में असाधारण बात यह है कि उन्हें कई चीजों की नब्ज का पता चल जाता है, जिसे वह नीतियों और कार्यक्रमों में बदल देते हैं। एक राजनयिक से राजनेता बनने तक की अपनी यात्रा पर, जयशंकर ने कहा कि एक राजनयिक के रूप में उन्होंने हमेशा राजनेताओं के साथ काम किया, लेकिन बिना किसी सप्ताहांत (वीकेंड) के राजनीति की 24×7 दुनिया में प्रवेश करना अलग है।
India, Thailand trade is close to USD 18 billion: Jaishankar
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— ANI Digital (@ani_digital) July 15, 2023
उन्होंने कहा, आज हमारे सामने असल चुनौती है, जिस पर हम काम कर रहे हैं, वह यह है कि हम थाईलैंड के बीच सड़क संपर्क कैसे बनाएं। हमारे पास पूर्वोत्तर भारत से होकर गुजरने वाली यह परियोजना है, यदि हम म्यांमार से गुजरने वाली एक सड़क बनाते हैं और वह सड़क थाईलैंड की ओर से बनाई जाने वाली सड़क से जुड़ती है।’
जयशंकर मेकोंग गंगा सहयोग (एमजीसी) तंत्र के विदेश मंत्रियों की 12वीं बैठक में भाग लेने और बिम्सटेक (बहुक्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग के लिए बंगाल की खाड़ी पहल)के विदेश मंत्रियों की सम्मेलन में भाग लेने के लिए थाईलैंड में हैं।