New Delhi : रूस की जिस यूनिवर्सिटी ने सबसे पहले कोरोना वैक्सीन बनाने का दावा किया था, वह अगस्त तक मरीजों को यह उपलब्ध कराने की तैयारी में है। ह्यूमन ट्रायल में यह वैक्सीनों इंसानों के लिये सुरक्षित पाई गई है। मॉस्को की सेचेनोव यूनिवर्सिटी ने 38 वालंटियर्स पर क्लिनिकल ट्रायल पूरा किया था। Gamaleya institute of epidemiology and microbiology ने रूस की सेना के साथ पैरलल सारे ट्रायल दो महीने में पूरे किये। गमालेया के हेड अलेक्जेंडर जिंट्सबर्ग ने न्यूज एजेंसी को बताया – हमें उम्मीद है कि वैक्सीन 12 से 14 अगस्त के बीच सिविल सर्कुलेशन में आ जायेगी।
Implementation of the national projects amid the pandemic. Vladimir Putin chaired a meeting of the Council for Strategic Development https://t.co/l1BzWh0CWi pic.twitter.com/sC976KI477
— President of Russia (@KremlinRussia_E) July 13, 2020
प्राइवेट कंपनियां सितंबर से वैक्सीन का बड़े पैमाने पर प्रॉडक्शन शुरू कर देंगी। इंस्टीट्यूट ने 18 जून से ट्रायल शुरू किया था। नौ वालंटियर्स को एक डोज दी गई ओर दूसरे नौ वालंटियर्स के ग्रुप को बूस्टर डोज मिली। किसी वालंटियर पर वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स देखने को नहीं मिले और उन्हें बुधवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
Russia cancels 14-day isolation for arrivals since July 15.
Foreign citizens arriving in #Russia must provide a certificate on a negative test for #COVID19 or pass this test within three days of the arrival ➡️ https://t.co/qrac2lfX8y pic.twitter.com/CY9ADpJPCp
— Russia in India (@RusEmbIndia) July 14, 2020
The condition of all volunteers participating in clinical trials of Russia’s vaccine against #COVID19 is good.
"Two weeks after the vaccination with the substance no untoward reaction was detected among volunteers", @mod_russia informed ➡️ https://t.co/hBh1ft1F0P@mfa_russia pic.twitter.com/qZb3QoVnXd
— Russia in India (@RusEmbIndia) July 3, 2020
सुरक्षा के लिहाज से वैक्सीन के सभी पहलुओं की जांच कर ली गई है। सेचेनोव विश्वविद्यालय के वदिम तरासोव के मुताबिक- हमने इस वैक्सीन के साथ काम किया, जो कि प्रीक्लिनिकल स्टडीज और प्रोटोकॉल डेवलपमेंट के साथ शुरू हुआ था और वर्तमान में क्लिनिकल परीक्षण चल रहे हैं। उन्होंने कहा – स्वयंसेवकों के पहले समूह को बुधवार को और दूसरे को 20 जुलाई को छुट्टी दे दी जायेगी।
🦠#Sechenov University has successfully completed tests on volunteers of the world's first vaccine against #COVID19.
"The #vaccine is safe. The volunteers will be discharged on July 15 and July 20", chief researcher Elena Smolyarchuk told TASS ➡️ https://t.co/jVrmWbLvwX pic.twitter.com/V8bon4lieR
— Russia in India (@RusEmbIndia) July 12, 2020
अमेरिकी कंपनी मॉडर्ना ने भी जल्द ही कोरोना वैक्सीन का निर्माण कर लेने का दावा किया है। कंपनी ने पहले ये एलान किया था जुलाई में वैक्सीन के तीसरे चरण का अध्ययन किया जायेगा। तीसरे चरण में 30 हजार लोगों को वैक्सीन दिये जाने की योजना कंपनी ने बनाई है। कंपनी का दावा है कि इस वैक्सीन से कोरोना संक्रमण नहीं हो सकता।