New Delhi: ये कहानी रॉबिन बंसल की है। जो IIT ग्रेजुएट हैं, जिन्होंने यूपीएससी की परीक्षा के लिए 36 लाख की नौकरी छोड़ दी। यह यात्रा उनके लिए बेहद कठिन था।अपने चौथे प्रयास में भारत की सबसे कठिन परीक्षा में सफल होने के लिए उन्हें तीन बार असफल होना पड़ा। तीन बार परीक्षा में फेल होने के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी। उनकी कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प ने आखिरकार उन्हें UPSC सिविल सेवा परीक्षा में अखिल भारतीय रैंक (AIR) 135 हासिल की।
आईआईटी-दिल्ली से पास होने के बाद बंसल को उच्च वेतन वाली नौकरी की पेशकश की गई थी। हालाँकि, 25 वर्षीय ने IPS अधिकारी बनने की ठान ली थी। इसलिए, एक साल तक काम करने के बाद, उन्होंने अपनी अच्छी तनख्वाह वाली नौकरी छोड़ दी और यूपीएससी परीक्षा की तैयारी करने लगे।
Many congratulations to Robin Bansal, an IIT graduate from our Sangrur, on securing 135th rank in the UPSC civil service exam.
Glad to see many young faces from Punjab and our district making it into the UPSC list! We all are proud of you.#UPSC2023 @BJP4Punjab @BJP4India… pic.twitter.com/AyCZnB0A7g
— Arvind Khanna (@arvindkhannaoff) May 24, 2023
बंसल ने बताया कि- “मैंने 36 लाख रुपये के वार्षिक पैकेज के साथ एक निजी कंपनी ज्वाइन की। हालांकि, एक साल बाद मैंने इस्तीफा दे दिया और यूपीएससी की तैयारी पर ध्यान देना शुरू कर दिया। मैं आईआईटी-दिल्ली में शामिल होने के बाद से ही यूपीएससी की तैयारी कर रहा था।
हालांकि, वह 2019 में अपने पहले प्रयास में इसे बनाने में असफल रहे। इसके बाद, उन्हें 2020 और 2021 में निराशा का सामना करना पड़ा। हालांकि, उनकी मेहनत आखिरकार रंग लाई और वह 2022 की परीक्षा में 135वीं रैंक हासिल करने में सफल रहे।
25-year-old Robin Bansal could not crack the #UPSC exam in his first 3 attempts in 2019, 2020 and 2021.
However, that didn’t stop him from trying harder to fulfil his dreams.
Read his story in detail 👇 https://t.co/MbOvTzqrvJ pic.twitter.com/8vXy7lm0Je
— CNBC-TV18 (@CNBCTV18News) May 31, 2023
बंसल ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को देते हुए कहा, ‘यह सब मेरे माता-पिता, शिक्षकों और शुभचिंतकों के कारण हुआ। मैंने कुछ कोचिंग सेंटरों में पढ़ाई की। लेकिन, स्वाध्याय ने परीक्षा को पास करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।”