New Delhi : आम आदमी पार्टी और दिल्लीवालों के लिए राहत की खबर है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की कोरोना जांच रिपोर्ट नेगेटिव आई है। हालांकि, ‘आप’ या मुख्यमंत्री केजरीवाल की ओर से अभी तक इस संबंध में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। केजरीवाल ने मंगलवार सुबह कोविड-19 की जांच के लिए सैंपल दिए थे। गले में दर्द और बुखार की शिकायत के बाद उनकी कोरोना जांच की गई थी।
मुख्यमंत्री ने हल्के बुखार और गले में खराश और दर्द होने के बाद खुद को आइसोलेट कर लिया था। साथ ही केजरीवाल रविवार दोपहर से ही किसी बैठक में शामिल नहीं हो रहे थे। सोमवार को उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया था – मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तबीयत ठीक नहीं है। उन्हें बुखार है और गले में कफ है, इसीलिए मुख्यमंत्री ने खुद को आइसोलेट कर लिया है। वह कोई बैठक भी नहीं कर रहे हैं।
Delhi Chief Minister Arvind Kejriwal tests negative for #COVID19 pic.twitter.com/mVeSpEcMtO
— ANI (@ANI) June 9, 2020
दिल्ली में तेजी से बढ़ रहे कोरोना वायरस संक्रमण के मामले अब 30 हजार के करीब पहुंच चुके हैं। राजधानी में पिछले कुछ दिन से प्रतिदिन 1000 से अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं। इसे देखते हुए दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने मंगलवार को बताया – हम उम्मीद कर रहे थे कि निजी अस्पतालों में उपलब्ध बेड 15 दिनों तक के मरीजों के लिए पर्याप्त रहेंगे, लेकिन COVID-19 रोगियों के लिए आरक्षित अधिकांश बेड 4-5 दिनों में ही भर गये हैं। हमें अब बेड्स की क्षमता को और बढ़ाना होगा।
जैन ने कहा – दिल्ली एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कोरोना वायरस के कम्युनिटी स्प्रेड होने की बात कही है, लेकिन केंद्र सरकार आधिकारिक तौर पर अभी इसे स्वीकार नहीं कर रही है। कोरोना का कम्युनिटी स्प्रेड तब होता है जब ऐसे मामले होते हैं, जिनमें संक्रमण के स्रोत का पता नहीं लगाया जा सकता है। हमारे यहां लगभग आधे मामले ऐसे ही हैं, जिनमें इस वायरस के स्रोत का पता नहीं लग सका है। लेकिन हम इसे कम्युनिटी स्प्रेड तभी कह सकते हैं, जब केंद्र सरकार इसे स्वीकार करेगी। उन्होंने कहा कि उपराज्यपाल से साथ राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की मीटिंग में भी इस मुद्दे को उठाया जाएगा।