New Delhi : महाराष्ट्र में मंदिरों को खोलने को लेकर बवाल मच गया है। सरकार ने केंद्र सरकार के आदेशों की अनदेखी करते हुये मंदिर अभी नहीं खोलने का फैसला किया है। ऐसे में महाराष्ट्र की भारतीय जनता पार्टी की राज्य इकाई ने मंदिर खोलने की डिमांड के साथ आंदोलन शुरू कर दिया है। मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता सिद्धि विनायक मंदिर में जबरदस्ती प्रवेश करने पर अड़ गये। उन्होंने मंदिर में जबरन प्रवेश करने की कोशिश की तो पुलिस ने उनको बलप्रयोग के साथ बाहर किया। कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया। अब वहां पर मंदिर की सियासत काफी तेज हो गई है। लोग मंदिर के मसले पर गोलबंद हो रहे हैं और शिवसेना के नेतृत्व में चल रही अघाड़ी सरकार की बहुत बदनामी हो रही है।
Mumbai: BJP workers protest outside Siddhivinayak temple against the state govt, demanding that all temples in Maharashtra should be re-opened for devotees.
Protesters try to enter the temple amidst heavy police deployment & barricading pic.twitter.com/LZD8yTOObA
— ANI (@ANI) October 13, 2020
Mumbai: BJP workers detained by police after they made an attempt to enter Siddhivinayak temple.
Maharashtra BJP leaders are demanding that all temples should be reopened for devotees across the state https://t.co/O7200iV8Oy pic.twitter.com/iG8XnVs5P5
— ANI (@ANI) October 13, 2020
लोगों का ऐसा कहना है कि कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रभाव में शिवसेना ने हिंदुत्व के एजेंडे से अपने आपको किनारा कर लिया है। मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है। बहरहाल इस पूरे मामले में महाराष्ट्र के गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी भी शामिल हो गये हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को मंदिर खोलने के मसले पर तंजभरी चिट्ठी लिखी है। राज्यपाल ने लिखा है- यह विडंबना है कि एक तरफ सरकार ने बार और रेस्तरां खोल दिये हैं, लेकिन मंदिर नहीं खोले गये। ऐसा न करने के लिये आपको दैवीय आदेश मिला या अचानक से सेक्युलर हो गये हैं आप।
इसका जवाब उद्धव ठाकरे ने भी तंजभरे लहजे में चिट्ठी लिखकर ही दिया है- जैसे तुरंत लॉकडाउन लगाना ठीक नहीं था। वैसे ही तुरंत ही इसे हटाना ठीक नहीं है। और हां, मैं हिंदुत्व को मानता हूं। मुझे आपसे हिंदुत्व के लिये सर्टिफिकेट नहीं चाहिये।
#UdhavThackeray is right. He doesn't have to proove his sentiments and religious beliefs to anyone least of all the governor
— Madhu1969 (@Madhu19692) October 13, 2020
#Maharashtra: गवर्नर ने CM उद्धव को लिखी चिट्ठी, धार्मिक स्थलों को खोलने की मांग#BhagatSinghKoshyari #UdhavThackeray pic.twitter.com/naKPMrlRNi
— Ritam | ऋतम् (@TheRitamApp) October 13, 2020
महाराष्ट्र में हालांकि पिछले सात महीने से सारे मंदिर बंद हैं और व्यापक पैमाने पर मंदिरों को खोलने की डिमांड हो रही है। भारतीय जनता पार्टी के नेताओं का कहना है कि उद्धव सरकार ने बार और रेस्त्रां को शुरू करने की अनुमति दे दी है, लेकिन मंदिरों को फिर से खोलने का निर्णय नहीं ले रही है। जबकि लाखों लोग चाहते हैं कि मंदिर खुलें। हमारे कार्यकर्ता मंदिरों को खुलवाने के लिए उपवास करेंगे।