New Delhi : लॉकडाउन के बीच शुरू हुआ ‘रामायण’ आज यानी 18 अप्रैल को समाप्त हो जायेगा। रामायण के रिकार्डतोड़ सफलता के बाद दूरदर्शन अब लव-कुश का पुनः प्रसारण करने जा रहा है, जिसे मूलरूप से ‘उत्तर रामायण’ के नाम से जाना जाता है। हालांकि, 19 अप्रैल से इसे सिर्फ रात 9 बजे के स्लॉट में टेलीकास्ट दिखाया जाएगा, जबकि सुबह 9 बजे के स्लॉट में रात वाले एपिसोड का ही रिपीट टेलीकास्ट होगा। प्रसार भारती के सीईओ शशि शेखर ने इसकी जानकारी ट्विटर पर दी। उन्होंने इस बात के संकेत भी दिए हैं कि आने वाले समय में 90 के दशक के पॉपुलर शो ‘श्रीकृष्णा’ का पुनः प्रसारण भी किया जा सकता है।
‘लव-कुश’ उत्तर रामायण के नाम से 1988 में प्रसारित किया गया था। यह भी रामानंद सागर के मार्गदर्शन में ही बना था। रविवार रात से ‘उत्तर रामायण’ अथवा ‘लव-कुश’ की कहानी टीवी पर प्रसारित की जायेगी। लव कुश या उत्तर रामायण 39 एपिसोड में है। इसमें सीता माता के महल से वनवास जाने की कहानी दिखाई गई है। इसमें भी रामायण के ही पात्र नजर आयेंगे। लव और कुश की भूमिका में क्रमशः स्वप्निल जोशी और मयूरेश क्षत्रदे नजर आएंगे।
प्रसार भारती के सीईओ शशि ने अपने ट्वीट में लिखा है – कई राज्यों में सुबह दूरदर्शन और ऑल इंडिया रेडियो के माध्यम से एजुकेशन क्लासेस शुरू कर दी गई हैं। इसे देखते हुए ‘उत्तर रामायण’ के फ्रेश एपिसोड रात 9 बजे के स्लॉट में ही दिखाए जाएंगे, जिनका रिपीट टेलीकास्ट सुबह 9 बजे के स्लॉट में किया जाएगा।
शशि ने अपने अगले ट्वीट में लिखा है – रविवार सुबह 9 बजे युद्ध कांड की मुख्य कहानी के फिनाले का रिपीट टेलीकास्ट किया जाएगा। रविवार रात 9 बजे से उत्तरकांड से संबंधित एपिसोड, जो उत्तर रामायण के रूप में निर्मित किए गए हैं, का प्रसारण होने लगेगा। रामानंद सागर के शो ‘रामायण’ की सबसे पहले शुरुआत 1987 में हुई थी। इसका पुनः प्रसारण 28 मार्च 2020 से हुआ था और पांच साल का रिकॉर्ड तोड़ते हुए यह टीवी पर सबसे ज्यादा देखा जाने वाला शो बन गया।
शशि शेखर को टैग करते हुए जब एक ट्विटर यूजर ने उनसे श्रीकृष्णा के पुनः प्रसारण की अपील की तो उन्होंने जवाब में लिखा – हम इस पर काम कर रहे हैं। जल्दी ही आपको अपडेट देंगे। देखते रहिए। 221 एपिसोड वाला ‘श्रीकृष्णा’ सबसे पहले 1993 से 1996 के बीच टेलीकास्ट किया गया था। इसके लेखक, निर्देशक और निर्माता रामानंद सागर ही थे।