New Delhi : पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता कर्नल राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़ ने कांग्रेस पर सैनिक के पिता को डराने-धमकाने का आरोप लगाया है। उन्होंने ट्वीट किया- अलवर जिले के सिपाही सुरेंद्र सिंह के पिता ने राहुल गांधी को देशभक्ति की सलाह क्या दी, राजस्थान का सत्तशीन कांग्रेस प्रशासन सैनिक के घर पहुंचकर उनपर दबाव बनाना शुरू कर दिया। मतलब कि अब आप सैनिक के वृद्ध पिता को डरा धमकाकर राजनीति करेंगे?
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अलवर ज़िले के सिपाही सुरेंद्र सिंह के पिता ने राहुल गांधी को देशभक्ति की सलाह क्या दी, राजस्थान का सत्ताशीन कांग्रेस प्रशासन सैनिक के घर पहुंचकर उनपर दबाव बनाना शुरू कर दिया।
मतलब की अब आप सैनिक के वृद्ध पिता को डरा धमकाकर राजनीति करेंगे? https://t.co/6DGwWCPCNo
— Col Rajyavardhan Rathore (@Ra_THORe) June 20, 2020
इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ टकराव में घायल हुये भारतीय सेना के जवान के पिता का एक वीडियो ट्वीट किया है। इस वीडियो में घायल जवान का पिता कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा सरकार पर आरोप लगाने वाले बयान की आलोचना कर रहे हैं।
शाह ने वीडियो शेयर करते हुए ट्वीट किया – एक बहादुर जवान के पिता बोल रहे हैं और उनके पास राहुल गांधी के लिए एक बहुत स्पष्ट संदेश है। ऐसे समय में जब पूरा देश एकजुट है। राहुल गांधी को भी ओछी राजनीति से ऊपर उठना चाहिए और राष्ट्रीय हित के साथ एकजुटता में खड़े होना चाहिये।
इधर केंद्रीय मंत्री और पूर्व आर्मी चीफ जनरल वीके सिंह ने भारत और चीन के सैनिकों के बीच गलवान घाटी में हुई घटना के बारे में सनसनीखेज खुलासा किया है। उन्होंने कहा – चीन ने ही भारत के सैनिक नहीं लौटाये, बल्कि भारत ने भी चीन के सैनिक लौटाये हैं। न्यूज24 के साथ इंटरव्यू में कहा – कुछ मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन ने कुछ भारतीय सैनिकों को पकड़ा था और उन्हें लौटाया है। इसी तरह हमने भी चीन के कुछ सैनिकों को पकड़ा था और फिर उन्हें छोड़ दिया गया।
From Col (Retd) Ajai Shukla to Lt General (Retd) HS Panag, the Congress has lapped up assorted discordant voices from the Army post their retirement. But they hardly listen to Former Army Chiefs like JJ Singh and VK Singh.
Don’t miss the million dollar definition of an ‘expert’! pic.twitter.com/VG1tXsn8zw— Amit Malviya (@amitmalviya) June 20, 2020
उन्होंने कहा – इस टकराव में चीन के दोगुने सैनिकों की जान गई है। गलवान घाटी का जो इलाका भारत के पास था, वो अब भी हमारे पास है। झगड़े की जड़ पेट्रोल पॉइंट 14 है जो अब भी भारत के नियंत्रण में है। गलवान घाटी का एक हिस्सा उनके पास है और एक हिस्सा अब भी हमारे पास है। चीन 1962 से वहां बैठा है लेकिन हम भी वहां से नहीं हिले हैं। हम अपनी तरफ थे और वे अपनी तरफ। फिर कोई हमारी तरफ से उधर गया और कोई वहां से इधर आया। हमें यह सब जानकारी साझा करने की जरूरत नहीं है क्योंकि हर किसी को यह जानने की जरूरत नहीं है।