New Delhi : भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह तीन दिनों के रूस दौरे पर हैं। मॉस्को में वे बुधवार को द्वितीय विश्व युद्ध में नाजी जर्मनी पर सोवियत विजय की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित भव्य सैन्य परेड में शामिल होंगे। वहीं, इस बीच चीन सरकार की मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के रक्षा मंत्री वेई फ़ेंगहे भी परेड में शामिल होने के लिए रूस जा सकते हैं। चीनी न्यूज वेबसाइट ने यह प्रोपेगेंडा फैलाने की कोशिश की है कि वहीं राजनाथ सिंह के साथ उनकी मुलाकात हो सकती है।
Defence Minister Rajnath Singh will not be meeting his Chinese counterpart in Moscow as suggested by some Chinese propaganda websites. pic.twitter.com/iHwRcq3yZ5
— ANI (@ANI) June 23, 2020
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, मॉस्को में दोनों देश के रक्षा मंत्रियों की मुलाकात की कोई योजना नहीं है। इसे महज चीनी वेबसाइड की प्रोपेगेंडा फैलाने की कोशिश करार दिया गया है। इससे पहले ग्लोबल टाइम्स ने बताया था- मॉस्को में दोनों देशों के रक्षा मंत्री के मुलाकात की भी संभावना है। अगर दोनों रक्षा मंत्रियों की मुलाकात होती है तो लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारत और चीन के बीच जारी पर तनाव पर भी बात होगी।’ ग्लोबल टाइम्स ने सूत्रों के हवाले बताया है कि चीन के रक्षा मंत्री भी बुधवार को ही परेड में शामिल होंगे। राजनाथ सिंह भी इसी दिन परेड में शामिल हो रहे हैं।
इधर चीन के साथ तनातनी के बीच रूस दौरे पर गए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि वे अपने दौरे से पूरी तरह संतुष्ट है। उन्होंने कहा कि उनकी चर्चा पॉजिटिव और प्रोडक्टिव रही। रक्षा मंत्री ने कहा कि उन्हें यह आश्वासन मिला है कि पहले से जारी रक्षा कांट्रैक्ट को न सिर्फ बरकरार रखा जाएगा बल्कि उसे जल्द पूरा भी किया जाएगा।
My visit to Moscow (Russia) is the first official delegation visit from India to a foreign country after #COVID19. This shows the special relationship between India and Russia: Defence Minister Rajnath Singh pic.twitter.com/ENnTPs2QeL
— ANI (@ANI) June 23, 2020
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को मास्को स्थित भारतीय दूतावास के परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्प चढ़ाकर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। सिंह सोमवार को द्वितीय विश्व युद्ध में जर्मनी पर सोवियत संघ की विजय की 75वीं वर्षगांठ पर मास्को में आयोजित होने वाले एक भव्य सैन्य परेड में भाग लेने और शीर्ष रूसी सैन्य अधिकारियों के साथ वार्ता करने के लिए रूस की तीन दिवसीय यात्रा पर मास्को में हैं।