New Delhi : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रक्षा मंत्रालय के एक दस्तावेज का हवाला देकर कहा है- रक्षा मंत्रालय चीन की तरफ से सीमा उल्लंघन की बात मान रहा है। तो फिर प्रधानमंत्री झूठ क्यों बोल रहे हैं? चीन का सामना करने की बात तो भूल ही जाइये। भारत के प्रधानमंत्री में इतना भी साहस नहीं कि वो चीन का नाम ले सकें। चीन का हमारे क्षेत्र में घुस आना और वेबसाइट्स से दस्तावेज हटा देने से सच्चाई नहीं बदल जायेगी।
चीन का सामना करना तो दूर की बात, भारत के प्रधानमंत्री में उनका नाम तक लेने का साहस नहीं है।
इस बात से इनकार करना कि चीन हमारी मातृभूमि पर है और वेबसाइट से दस्तावेज़ हटाने से तथ्य नहीं बदलेंगे।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 6, 2020
चीन की सेना की घुसपैठ पर रक्षा मंत्रालय ने एक डॉक्यूमेंट जारी किया है। इसमें पूर्वी लद्दाख के पैंगोंग त्सो, गोगरा और कुंगरांग नाला में चीनी घुसपैठ की जानकारी दी गई है। इसमें कहा गया है कि चीन 5 मई से ही आक्रामक रुख अपना रहा था। रक्षा मंत्रालय ने हाल ही में अपनी वेबसाइट पर सीमा विवाद से जुड़े डॉक्यूमेंट अपलोड किये हैं। एलएसी और खासकर गलवान घाटी में 5 मई से चीन की आक्रामकता बढ़ रही थी। उसने 17-18 मई को कुंगरांग नाला, गोगरा और पैंगोंग झील के उत्तरी किनारे पर घुसपैठ की थी। मंत्रालय ने पहली बार चीनी घुसपैठ की बात मानी है।
रिपोर्ट में कहा गया है- मिलिट्री और डिप्लोमैटिक मीटिंग्स से हालात सामान्य करने की कोशिश की जा रही है। लेकिन, हालात को देखते हुये तनाव के लंबे समय तक बने रहने की आशंका है। भारत-चीन सीमा विवाद को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी केंद्र सरकार पर लगातार निशाना साधते रहे हैं। इससे पहले राहुल ने कहा था – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की झूठ की वजह से देश को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। चीनी हमारे इलाके में घुस आये हैं। मेरा खून खौल रहा है। मैं सच बोलता रहूंगा, भले ही इसकी वजह से मेरा राजनीतिक करियर बर्बाद हो जाये।