New Delhi : संसद में बुधवार को दिल्ली हिंसा पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए पक्ष–विपक्ष एकदूसरे पर हमलावर हो गये।चर्चा एक–दूसरीपार्टी के नेताओं पर निजी आक्षेप का अखाड़ा भी बनता नजर आया। इसकी शुरुआत कांग्रेस नेता Adheer Ranjan Chaudhary नेRSS नेता पर हमले से की जिसका जवाब BJP की Meenakshi Lekhi ने उसी अंदाज में जवाब दिया।
Adheer Ranjan Chaudhary ने कहा – आपके K.B Hedgewar के शिक्षक मुंजी साहब थे, जिन्होंने RSS से मुलाकात से पहलेमुसोलिनी से मुलाकात की थी।
मुसोलिनी इटली के तानाशाह थे। अधीर के बाद जब सत्ता पक्ष की तरफ से मीनाक्षी लेखी को दिल्ली हिंसा पर चर्चा का मौका मिला, तोउन्होंने Rahul Gandhi का नाम लिए बिना इशारों में कहा – मैं मुसोलिनी का एक कांड और सुना देती हूं। आपके पीछे जो व्यक्ति बैठे हैंउनके नाना मुसोलिनी की आर्मी में काम करते थे। राहुल गांधी अधीर के पीछे बैठे थे।
लेखी ने साथ ही दावा किया कि दिल्ली में दंगा नहीं, बल्कि सोची–समझी साजिश हुई थी। उन्होंने विपक्षी कांग्रेस पर निशाना साधते हुएकहा कि वह वोट बैंक की राजनीति के लिए ऐसा कर रही है। मीनाक्षी लेखी ने दावा किया कि जिस हिंसा के लिये महीनों से तैयारियांचल रही थी, उसे गृह मंत्री अमित शाह की निगरानी में 36 घंटे के अंदर काबू में कर लिया गया। उन्होंने दावा किया, ‘दिल्ली में जो कुछहुआ, वह दंगा नहीं बल्कि सोची–समझी साजिश का हिस्सा था।‘
नई दिल्ली से सांसद लेखी ने कहा कि कांग्रेस ने इतने सालों तक पाकिस्तान में बसे अल्पसंख्यकों को यहां शरण देने के लिए कोई कामनहीं किया लेकिन नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध के नाम पर लोगों को भड़काया। लेखी ने कहा कि सीएए के विरोध सेही पूरा घटनाक्रम शुरू हुआ। उन्होंने कहा, ‘सारे नेता सीएए कानून को अच्छी तरह से समझते हैं। लेकिन वोट बैंक की राजनीति के लिएजनता को भड़का रहे हैं।‘ उन्होंने कहा कि वोट–बैंक की राजनीति के लिए यह सब किया जा रहा है जो 2014 में मोदी सरकार के आने केबाद से समाप्त हो गई है।
लेखी इस दौरान भड़काने वाले बयान के आरोपों का सामना कर रहे कपिल मिश्रा का भी बचाव करती दिखीं। उन्होंने कहा कि दिसंबर मेंदिल्ली में कांग्रेस की रैली में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने ‘आरपार की लड़ाई‘ वाला बयान दिया जिसके बाद शाहीन बाग में लोग धरनेपर बैठने लगे। बीजेपी सांसद ने आरोप लगाया कि उनके बाद कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी और राहुल गांधी ने भी उत्तेजना वाले बयानदिए। उन्होंने कुछ आप नेताओं, एआईएमआईएम के एक नेता और जेएनयू के छात्र नेताओं का नाम लेते हुए कहा कि उन्होंने ऐसे भड़काऊबयान दिए लेकिन उनकी विपक्ष बात नहीं कर रहा।