New Delhi : छत्तीसगढ़ में नेताओं, अफसरों और कारोबारियों पर Income Tax के छापों में 150 करोड़ के बेनामी लेन–देन के सबूतमिले हैं। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) ने सोमवार को कहा कि प्रदेश में अफसरों को अवैध तौर पर हर महीने बड़ी रकम दी जा रहीथी। CBDT ने पिछले 5 दिनों में 25 ठिकानों पर कार्रवाई के बाद पहली बार इस बारे में जानकारी दी।
राज्य में इनकम टैक्स की कार्रवाई पांचवें दिन भी जारी रही। सोमवार दोपहर को इनकम टैक्स की टीम CM Bhupesh Baghel कीउपसचिव सौम्या चौरसिया के भिलाई स्थित बंगले पर पहुंची। अधिकारियों ने सौम्या से पूछताछ भी की। इससे पहले टीम ने 28 फरवरीको भी उनके बंगले पर छापा मारा था।
इनकम टैक्स के बाद छत्तीसगढ़ सरकार ने भी इस मामले में बयान जारी किया। सरकार ने कहा– इनकम टैक्स की तरफ से जारी बयानमें किसी भी तरह के कोई पुख्ता प्रमाण का उल्लेख नहीं है। किसी भी व्यक्ति और संस्था का नाम भी इसमें नहीं है। किसी से जब्ती केबारे में कोई जानकारी नहीं दी गई। आयकर विभाग की तरफ से दी गई सूचना यह बताती है कि उनके हाथ कोई सफलता नहीं लगी।यह राज्य सरकार को अस्थिर करने और प्रदेश में एक दहशत फैलाने की साजिश है।
इनकम टैक्स की कार्रवाई पर नाराजगी जताते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने PM Narendra Modi को पत्र लिखा है। बघेल ने इसेसंघीय व्यवस्था के खिलाफ बताया। तीन पेज की इस चिठ्ठी में छापों में केंद्रीय सुरक्षा बलों के इस्तेमाल को भी दुर्भाग्यपूर्ण औरअसंवैधानिक बताया गया।
Respected @narendramodi Ji,
हमारे पूर्वजों ने संविधान में संघीय ढांचे का प्रावधान बहुत सोच समझकर किया था। आपने मुख्यमंत्री रहते हुए इसका बार बार ज़िक्र भी किया है।
कुछ केंद्रीय एजेंसियों द्वारा छत्तीसगढ़ में संघीय ढांचे के प्रावधानों को चोट पहुंचाने वाली कार्रवाइयां हुई हैं।… pic.twitter.com/j0vFjwMGL9
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) March 2, 2020
आयकर की टीम ने 27 फरवरी को सुबह छत्तीसगढ़ में अफसरों, नेताओं और कारोबारियों के यहां छापे मारे थे। 13 लोगों के 25 ठिकानोंपर छापे मारे गए थे। इनमें रायपुर के मेयर एजाज ढेबर, पूर्व मुख्य सचिव विवेक ढांड, आईएएस अनिल टुटेजा, सीए अजय सिंघवानी, होटल कारोबारी गुरुचरण सिंह होरा, मेयर के भाई अनवर ढेबर, डॉ. ए फरिश्ता, सीए संजय संचेती और सीए कमलेश जैन के नाम प्रमुखहैं। इन सभी लोगों को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का नजदीकी बताया जा रहा है। रविवार को आयकर विभाग की केंद्रीय टीम ने अधिकांशजगह जांच पूरी कर ली। हालांकि, ऑपरेशन को लीड कर रहे कुछ अफसर रायपुर में ही डेरा जमाए हुए हैं। इसके बाद राज्य की कांग्रेससरकार ने छापों को लेकर केंद्र सरकार पर हमला शुरू किया।
27 फरवरी को सुबह 7.30 बजे दिल्ली से चार्टर्ड प्लेन के जरिए आयकर विभाग के 105 अफसर रायपुर पहुंचे। इनके साथ सीआरपीएफके 200 जवान भी थे। 28 फरवरी को शाम 7:30 बजे यानी छापे शुरू होने के 36 घंटे बाद मुख्यमंत्री बघेल समेत पूरा मंत्रिमंडल राजभवनपहुंचा। वहां राज्यपाल को ज्ञापन सौंपकर छापों पर विरोध जताया। आयकर विभाग की कार्रवाई को असंवैधानिक बताते हुए कानूनीकार्रवाई की बात भी कही। इससे पहले भाजपा विधायक शिवरतन शर्मा ने विधानसभा में आयकर विभाग की गाड़ियों को जब्त किएजाने का विरोध किया।