New Delhi : पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ जारी तनाव के बीच भारतीय वायुसेना ने 33 नए एयरक्राफ्ट खरीदने के लिए सरकार को एक प्रस्ताव दिया है। इनमें रूस के 21 मिग-29 और 12 Su-30MKI एयरक्राफ्ट शामिल हैं। सरकारी सूत्रों ने कहा कि वायुसेना इसके लिए बीते कुछ दिनों से काम कर रही थी, लेकिन अब इसे गति दी गई है। एयरक्राफ्ट खरीदने में 6000 करोड़ रुपए की लागत आएगी। अगले सप्ताह इसके प्रस्ताव रक्षा मंत्रालय को दिए जायेंगे।
Amid row with China, IAF pushes proposal for acquiring 33 new Russian fighter aircraft
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— ANI Digital (@ani_digital) June 18, 2020
सूत्र ने बताया कि प्रस्ताव में 12 Su-30 MKI का अधिग्रहण शामिल है, जो विभिन्न दुर्घटनाओं में वायु सेना द्वारा गंवाए विमानों की जगह लेगा। भारत ने अलग-अलग बैचों में 10 से 15 साल की अवधि में 272 Su-30 फाइटर जेट्स के ऑर्डर दिए थे। वरिष्ठ अधिकारियों को लगता है कि, विमानों की यह संख्या भारी-भड़कम सर्विस के लिए प्रयाप्त है।
भारतीय वायुसेना जो 21 मिग 29 का अधिग्रहण करने की योजना बना रही है, वे रूस के हैं। इसने वायु सेना को नए लड़ाकू विमानों की आवश्यकता को पूरा करने में मदद करने के लिए इन विमानों को बेचने की पेशकश की है। वायु सेना ने यह जांचने के लिए एक अध्ययन किया है कि क्या ऑफर पर मिग -29 के एयरफ्रेम लंबे समय तक काम करने के लिए पर्याप्त है और वे लगभग नई स्थिति में पाए गए हैं।
मिग -29 को वायु सेना द्वारा उड़ाया जाता है और पायलट इससे परिचित होते हैं, लेकिन रूस द्वारा दी जाने वाली पेशकश अलग है। वायु सेना के पास मिग-29 के तीन स्क्वाड्रन हैं जिसको अपग्रेड करने की आवश्यक्ता है।