New Delhi : आज मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा जमीन कब्जा खाली कराने के दौरान गुना में एक किसान की बेरहमी से पिटाई का वीडियो वायरल हो रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने वीडियो शेयर करते हुये लिखा – शिवराज सिंह चौहान की सरकार मध्य प्रदेश को कहां ले जा रही है? ये कैसा जंगलराज है?
वैसे पुलिस द्वारा किसान को पीटे जाने का यह मामला मंगलवार का है। लेकिन, वीडियो वायरल होने के बाद अब इस पर हलचल है। मीडिया रिपोर्टस की मानें तो गुना के कैंट इलाके में पुलिस टीम एक दलित किसान दंपती के कब्जे से जमीन छुड़ाने के लिये गई थी। इस दौरान पुलिसवालों ने पति-पत्नी और उसके बच्चों पर जमकर लाठियां बरसाईं।
शिवराज के अहंकार का बेशर्म प्रदर्शन,
— सिंधिया के क्षेत्र की वारदात;गुना में एक किसान परिवार की शिवराज की पुलिस ने बर्बरता से पिटाई की और महिला के कपड़े फाड़े, आहत किसान ने ज़हर खाया।
शिवराज जी,
बच्चों की चीख सुनाई पड़ रही है..?
इस अंधी, बहरी और गूँगी सरकार का अंत नज़दीक है। pic.twitter.com/ZrMayfg3Z3— MP Congress (@INCMP) July 15, 2020
मामले में देर रात मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुना के कलेक्टर और एसपी को हटाने के निर्देश दिये। उच्च स्तरीय जांच के आदेश भी दिये गये हैं। कमलनाथ ने ट्वीट किया- पीड़ित युवक का जमीन संबंधी कोई शासकीय विवाद है तो भी उसे कानूनन हल किया जा सकता है। इस तरह क़ानून हाथ में लेकर उसकी, उसकी पत्नी की, परिजनों की और मासूम बच्चों तक की इतनी बेरहमी से पिटाई, यह कहां का न्याय है? क्या यह सब इसलिये कि वो एक दलित परिवार से है, गरीब किसान हैं?
यह घटना जगनपुर चक में मंगलवार दोपहर 2.30 बजे की है। दंपती अपने 7 बच्चों के साथ प्रशासनिक- पुलिस अफसरों के सामने हाथ जोड़ता रहा, उसका कहना था कि यह भूमि गप्पू पारदी ने उसे बटिया पर दी है। कर्ज लेकर वह बोवनी कर चुका है। अगर फसल उजड़ी तो बर्बाद हो जायेगा, लेकिन किसान की फरियाद किसी ने नहीं सुनी।
यदि पीड़ित युवक का ज़मीन सम्बंधी कोई शासकीय विवाद है तो भी उसे क़ानूनन हल किया जा सकता है लेकिन इस तरह क़ानून हाथ में लेकर उसकी,उसकी पत्नी की,परिजनो की व मासूम बच्चो तक की इतनी बेरहमी से पिटाई,यह कहाँ का न्याय है?
क्या यह सब इसलिये कि वो एक दलित परिवार से है,ग़रीब किसान है?
2/3— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) July 15, 2020
जमीन पर कई साल से पूर्व पार्षद गप्पू पारदी और उसके परिवार का कब्जा है। पारदी परिवार ने जमीन राजकुमार अहिरवार को बटिया पर दे दी। किसान राजकुमार का कहना था कि उसने 2 लाख कर्ज लेकर बोवनी की है। पहले से भी उस पर 2 लाख का कर्ज चढ़ा हुआ है।लेकिन टीम नहीं मानी। राजकुमार और उसकी पत्नी ने कीटनाशक पी लिया और जमीन पर बेसुध गिर पड़े। मासूम बच्चे पास बैठकर रोते रहे। कुछ देर बाद दोनों को उठाकर जिला अस्पताल भेजा गया। राजकुमार के छोटे भाई ने कब्जा हटाने का विरोध किया तो उस पर भी लाठियां भांजी गईं।