New Delhi : 41 कोयला खदानों की नीलामी के उद्घाटन संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा – कोरोना संकट को भारत एक अवसर में बदलेगा। इसने भारत को आत्मनिर्भर बनने की सीख दी है। भारत आयात पर अपनी निर्भरता घटाने जा रहा है। एनर्जी सेक्टर में भारत को आत्म-निर्भर बनाने के लिये आज बड़ा कदम उठाया जा रहा है। हमने 2030 तक 100 मिलियन टन कोयले को गैस में बदलने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके लिए 4 प्रॉजेक्ट्स की पहचान की गई है। इनमें करीब 20 हजार करोड़ रुपए का निवेश होगा।
The auction (of 41 coal mines for commercial mining) today is taking place at a time when business activity in India is normalizing rapidly. Consumption&demand is rapidly approaching the pre-COVID level. In such a situation, there cannot be a better time for a new beginning: PM pic.twitter.com/9kK9ZDg26f
— ANI (@ANI) June 18, 2020
पीएम मोदी ने इस बात का जिक्र किया कि भारत में दुनिया का चौथा सबसे बड़ा कोयला रिजर्व होने और दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक होने के बावजूद कोयले का निर्यात नहीं होता है, बल्कि कोयले का दूसरा सबसे बड़ा आयातक है। प्रधानमंत्री ने कहा – देश कोरोना से लड़ेगा भी और आगे भी बढ़ेगा। भारत इस बड़ी आपदा को अवसर में बदलेगा। कोरोना के इस संकट ने भारत को आत्मनिर्भर भारत होने का सबक दिया है। उन्होंने कहा – महीने भर के भीतर ही, हर घोषणा, हर रिफॉर्म्स, चाहे वो कृषि क्षेत्र में हो, चाहे MSMEs के सेक्टर में हो या फिर अब कोयला और खनन के सेक्टर में हो, तेज़ी से ज़मीन पर उतर रहे हैं। ये दिखाता है कि भारत इस संकट को अवसर में बदलने के लिए कितना गंभीर है, कितना प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा – आज हम सिर्फ वाणिज्यिक कोयला खनन के लिए नीलामी ही लॉन्च नहीं कर रहे हैं, बल्कि कोयला क्षेत्र को दशकों के लॉकडाउन से भी बाहर निकाल रहे हैं। साल 2014 के बाद इस स्थिति को बदलने के लिये एक के बाद एक कई कदम उठाये गये। जिस कोल लिंकेज की बात कोई सोच नहीं सकता था, वो हमने करके दिखाया। ऐसे कदमों के कारण कोयला क्षेत्र को मजबूती भी मिली। उन्होंने कहा – कोयला रिफॉर्म करते समय इस बात का भी ध्यान रखा गया है कि वातावरण की रक्षा का भारत का कमिटमेंट कहीं से भी कमजोर न पड़े। कोयला से गैस बनाने के लिये अब बेहतर और आधुनिक टेक्नोलॉजी आ पायेगी, कोल गैसीफिकेशन जैसे कदमों से वातावरण की भी रक्षा होगी।
पीएम मोदी ने कहा – वाणिज्यिक कोयला खनन के लिए आज जो ये नीलामी की शुरुआत हो रही है वो हर हितधारकों के लिए फायदेमंद स्थिति है। इंडस्ट्रीज को, आपको, अपने बिजनेस, अपने निवेश के लिए अब नए साधन मिलेंगे, नया मार्केट मिलेगा। उन्होंने कहा कि कोयला निकालने से लेकर परिवहन तक को बेहतर बनाने के लिए जो आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जाएगा, उससे भी रोज़गार के अवसर बनेंगे, वहां रहने वालों को अधिक सुविधाएं मिलेंगी। देश में 16 आकांक्षात्मक जिले ऐसे हैं, जहां कोयले के बड़े-बड़े भंडार हैं। लेकिन इनका लाभ वहां के लोगों को उतना नहीं हुआ, जितना होना चाहिए था।यहां से बड़ी संख्या में हमारे साथी दूर, बड़े शहरों में रोज़गार के लिए प्रवास करते हैं।