New Delhi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान की शुरुआत की। इस दौरान यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। उन्होंने 6 जनपदों के लोगों से बात की। इस दौरान उन्होंने पहले गोंडा की विनीता और बहराइच के तिलकराम से बात की। प्रधानमंत्री ने तिलकराम से कहा- आपको प्रधानमंत्री आवास योजना से मकान मिला है, लेकिन मुझे क्या दोगे। जवाब में तिलकराम ने कहा- हम दुआ करते हैं कि आप पूरी जिंदगी पीएम रहें। इसके बाद प्रधानमंत्री ने कहा कि आप मेरे लिए एक काम करेंगे। आप अपने बच्चों को अच्छी पढ़ाई कराएं और इसकी जानकारी मुझे देते रहें।
Prime Minister Narendra Modi launches ‘Atma Nirbhar Uttar Pradesh Rojgar Abhiyan' through video-conference in the presence of Chief Minister Yogi Adityanath pic.twitter.com/21x7BrAeia
— ANI UP (@ANINewsUP) June 26, 2020
इस योजना के तहत प्रवासी मजदूरों व अन्य को 125 दिनों का रोजगार दिया जाएगा। वहीं, राज्य में कुल सवा करोड़ लोगों को रोजगार मिल सकेगा। यह योजना पीएम मोदी द्वारा 20 जून को देश के छह राज्यों और 116 जिलों में शुरू की गई गरीब कल्याण रोजगार अभियान के अंतर्गत है।
कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने कोरोना काल में अपने प्रदेश लौटे कई श्रमिकों से बातचीत की। एक श्रमिक से पीएम मोदी ने कहा कि आपने विपत्ति को अवसर में बदल दिया है।
इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने राज्य के छह जिलों के ग्रामीणों से बातचीत की। कोरोना वायरस के परिप्रेक्ष्य में सामाजिक दूरी को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों के गांव सामान्य सुविधा केंद्रों व कृषि विज्ञान केंद्रों के माध्यम से इस कार्यक्रम जुड़े।
अभियान की शुरुआत करने से पहले पीएम मोदी ने ट्वीट किया- थोड़ी देर में मैं आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान की शुरुआत करूंगा। इसके तहत प्रवासी कामगारों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के साथ-साथ स्थानीय उद्यमिता को बढ़ावा दिया जाएगा।
आज जब दुनिया में कोरोना का इतना बड़ा संकट है, तब उत्तर प्रदेश ने जो साहस दिखाया, जो सूझबूझ दिखाई, जो सफलता पाई, जिस तरह कोरोना से मोर्चा लिया, जिस तरह स्थितियों को संभाला, वो अभूतपूर्व है, प्रशंसनीय है: पीएम मोदी https://t.co/JYxs8XXvWm
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 26, 2020
उत्तर प्रदेश के 31 जिलों को इस योजना के तहत शामिल किया गया है और राज्य सरकार इस अवसर का उपयोग श्रमिकों के कल्याण के लिए कर रही है। 25 श्रेणियों के काम पर ध्यान देने के साथ विभिन्न विभागों को काम देने का लक्ष्य रखा गया है और 1.25 करोड़ श्रमिकों को काम मिलेगा। वहीं, इसमें प्रति दिन 60 लाख श्रमिकों को काम दिया जाएगा।