New Delhi : केरल में एक ऐसी घटना सामने आई है, जिसे सुनकर आपके रौंगटे खड़े हो जाएंगे। यहां कुछ लोगों ने एक गर्भवती भूखी हथिनी को अनानास के बीच पटाखे डालकर खिला दिए। ये पटाखे हथिनी के मुंह में फट गए। इससे हथिनी के साथ-साथ उसके पेट में पल रहा बच्चा भी मर गया। इस अमानवीय घटना को वन विभाग के एक कर्मचारी ने अपने कैमरे में कैद कर लिया था। अब इस घटना के फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसके बाद लोगों में काफी गुस्सा है। दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग हो रही है।
उधर, केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने एक बयान में कहा कि पर्यावरण मंत्रालय ने केरल में एक हाथी की मौत पर गंभीरता से लिया है। इस घटना पर पूरी रिपोर्ट मांगी है। अपराधी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
Pregnant elephant was fed a pineapple stuffed w/firecrackers &died horribly
M completely off at the moment.
What sort of human beings are these?
She trusted u fools & this is what u do with animals who can't speak?
What's happening to the world?#elephantlivesmatter pic.twitter.com/Bwx5VORhEA— Lokesh Kumar samariya (@LokeshKumarsam1) June 4, 2020
इंसानियत को शर्मसार करने वाली ये घटना केरल के मलप्पुरम जिले की है। यहां एक गर्भवती भूखी हथिनी भोजन की तलाश में जंगल के बाहर आ गई थी। भोजन की तलाश में वह गांव में भटक गई। ऐसे में कुछ स्थानीय लोगों ने उसके साथ शरारत की और उसे अनानास में पटाखे भरकर खिला दिया। भूख के कारण हथिनी ने वह अनानास खा लिया और कुछ ही देर में पटाखे फटने लगे। ये दृश्य देख किसी भी शख्स के रोंगटे खड़े कर दे।
पटाखों से घायल हुई हथिनी वहीं गिर पड़ी। ऐसे में कुछ लोगों ने वन विभाग को सूचित किया। सूचना के बाद पहुंची रेस्क्यू टीम हथिनी को लेकर चली गई, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। रास्ते में ही हथिनी ने दम तोड़ दिया और उसके साथ ही बच्चा ही मर गया। ये दृश्य देखकर रेस्क्यू टीम की आंखों से भी आंसू छलक पड़े।
#RIPHumanity
Where even the cow was openly brutally slaughtered and divided, today humanity is once again #shamed. A pregnant elephant was fed pineapple made of crackers! Her jaw burst.she died tormented. Did postmortem then found out she had a baby in her womb.#humanityisdead pic.twitter.com/7LnKaqzxBm— Kalpesh Chaudhari (@kalpeshpc) June 4, 2020
रेस्क्यू टीम का हिस्सा रहे वन अधिकारी मोहन कृष्णन ने अपना दर्द बयां करते फेसबुक पोस्ट में लिखा- उसने (हथिनी) सभी पर भरोसा किया। जब वह अनानास खा गई और कुछ देर बाद उसके पेट में यह फट गया तो वह परेशान हो गई। हथिनी अपने लिए नहीं, बल्कि उसके पेट में पल रहे बच्चे के लिए परेशान हुई होगी, जिसे वह अगले 18 से 20 महीने में जन्म देने वाली थी।
A pregnant elephant died eating a pineapple filled with fire cracker 🙏🙏 please respect animals and save animals😔💜 pic.twitter.com/riTg4DDYxT
— Manas Vijayvargiya (@ManasVijayvarg1) June 4, 2020
डॉक्टर्स ने हथिनी के शरीर की जांच करने के बाद जो बात कही, उसे सुनकर शायद किसी की भी आंखे छलक पड़ें। जांच करने के बाद डॉक्टर्स ने बताया कि पटाखे उसके हथिनी के मुंह में फट गए थे। इसकी वजह से उसके मुंह का निचला हिस्सा और जीभ बुरी तरह जल गई थी। ऐसे में दर्द के कारण वह कुछ खा नहीं पा रही थी। काफी समय तक हथिनी भूखी भी थी, जब पेट में पल रहे बच्चे को भी कुछ नहीं मिल पाया, उसने तड़प-तड़पकर दम तोड़ दिया। ये बेहद दर्दनाक मौत थी।
What recently happended is really shameful to humanity. How could someone do this to an Elephant? Moreover, she was pregnant & her child died too.
ICYMI, an elephant was fed a pineapple containing crackers, which she & her child died eating … #RIPHumanity #JusticeForElephant pic.twitter.com/bHvu39n8wk
— Kartik Tambi (@KartikTambi) June 4, 2020
एक शीर्ष वन अधिकारी ने बताया कि कोल्लम जिले के पुनालुर डिवीजन के अंतर्गत पठानपुरम वन रेंज क्षेत्र में अप्रैल में इसी तरह की एक और मादा हाथी मिली थी। अधिकारी ने कहा कि हाथिनी गंभीर हालत में पाई गई थी। वन अधिकारियों ने बताया कि अप्रैल के महीने में पठानपुरम के जंगलों में हाथिनी बेहद गंभीर हालत में मिली थी। उसका जबड़ा टूट गया था और वह खाने में असमर्थ था।
A pregnant elephant died after a local allegedly fed her a pineapple stuffed with crackers, in Kerala’s Malappuram
Shame on humanity shame on pic.twitter.com/zaO5Uaajcg— Arif Abbas 🕋 (@iArifAbbas) June 4, 2020
वन अधिकारी ने बताया कि हमले मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हम चाहते हैं कि ऐसे लोगों को कड़ी से कड़ी सजा मिले। ऐसे लोगों के खिलाफ हाथी का शिकार करने के कानून के तहत कार्रवाई की जाती है। हालांकि, उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में जांच को अंजाम तक ले जाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। दरअसल, हाथी एक दिन में कई किलोमीटर का सफर तय कर लेते हैं। ऐसे में यह पता लगा पाना कि घटना कहां हुआ और किसने इसे अंजाम दिया बेहद मुश्किल होता है।