New Delhi : UP के भदोही जिले से दो बार विधायक रह चुके भारतीय जनता पार्टी नेता डॉ. पूर्णमासी पंकज की सादगी एक मिसाल बनी हुई है। राजनीतिक रसूख के दौर में भी दोपहिए से चलने वाले डॉ पंकज के परिवार की आजीविका विधानसभा से मिलने वाली पेंशन और खेती से चलती है। दिल्ली में मोदी और UP में योगी की सरकार होने के बाद भी पंकज गेहूं की कटाई और अरहर की मड़ाई भी करते हैं। तेज धूप में अरहर और गेहूं का बोझ ढोते पेशे से शिक्षक रहे पूर्व विधायक पंकज भदोही जिले के दुर्गागंज के गदौर गडोरा गांव के रहने वाले हैं। PHD डिग्री धारक पंकज जब पहली बार विधायक चुने गए तो शिक्षक ही थे।
News Uttarakhand : purnamasi pankaj: सादगी बेमिसाल: 2 बार कालीननगरी से रहे विधायक…खुद काटते हैं फसल – bhadohi ex bjp mla purnamasi pankaj simplicity sets example https://t.co/hY21v2ZCN6 pic.twitter.com/37pIx2SVWO
— One Uttarakhand (@uttarakhand_one) February 29, 2020
एक ईमानदार विधायक की छवि रखने वाले पंकज साल 1991 में पहली बार भदोही से विधायक चुने गए। लेकिन दिसंबर 1992 में अयोध्या में विवादित ढांचा गिराए जाने के बाद भाजपा सरकार गिर गई। वहीं 1993 में एसपी-बीएसपी के गठबंधन में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। हालांकि 1996 में दूसरी बार भदोही सुरक्षित से चुनावी मैदान में उतरे पंकज ने जीत दर्ज की। भदोही की जनता में बेहद लोकप्रिय रहे और आज पार्टी की उपेक्षा से दुखी पंकज कहते हैं- पार्टी दलित और अनुसूचित जाति पर अधिक ध्यान दे रही है। लेकिन उसी जाति से होने के बावजूद मेरी उपेक्षा की गई।
उन्होंने कहा- 2017 में पार्टी ने मेरा टिकट काट दिया और औराई सुरक्षित से दूसरे दल से आए एक पूर्व विधायक को गले लगाकर मेरी सेवा को ताक पर रख दिया गया। भाजपा में आयातित लोगों की मांग पर पार्टी और संघ के निष्ठावान कार्यकर्ताओं को किनारे रखने की नीति को पूर्व विधायक ने घातक बताया है। पंकज का इशारा औराई सुरक्षित से भाजपा की टिकट पर जीते पूर्व एसपी नेता दीनानाथ भास्कर के अलावा बीएसपी से भाजपा में आए भदोही सामान्य से विधायक रवीन्द्रनाथ त्रिपाठी पर था। हालांकि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया।
under his leadership young MLA from BJP Aurai Rangnath Mishraji became minister of state of power, during same tenure BJP had two more MLA Gorakhnath pandey ji from Gyanpur and purnamasi Pankaj ji from Bhadohi
Bhadohi had 3 young MLA's#BhadohiDistrictHospital pic.twitter.com/KYfVrwibhV— Dr Gyan Mishra #BeAwareSaveLives (@DrGyanBharat) June 27, 2020
पार्टी नेतृत्व की उपेक्षा से बेहद दुखी पंकज ने कहा- मैं संघ और पार्टी का सिपाही रहा हूं और अजीवन रहूंगा। पूर्व विधायक के पास आज एक भी चार पहिया गाड़ी नहीं है। दो साल पहले तक अपनी एलएमएल वेस्पा स्कूटर से चलते थे। भले ही अब उनके पास एक बाइक है लेकिन पहचान स्कूटर वाले विधायक के रूप में ही है।