New Delhi : केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को सीमाएं सील करने का आदेश दिया है। प्रवासी मजदूरों को 14 दिनों के क्वैरंटाइन में रखने का आदेश दिया है। सभी राज्यों में प्रवासी मजदूरों के रहने की व्यवस्था करने का आदेश दिया गया है।
सभी राज्यों को यह भी कहा गया है कि हाइवे पर भी किसी तरह का आवगमन नहीं होना चाहिए। जरूरत मंदों को खाना और आश्रय की पर्याप्त व्यवस्था करने को कहा गया है। इसके साथ ही साफ तौर पर कहा गया कि जो लोग लॉकडाउन का उल्लंघन कर एक जगह से दूसरी जगह गए हैं, उनको कम से कम 14 दिन के लिए आइसोलेशन में रख निगरानी भी बनाए रखी जाए।
इसके साथ ही सभी राज्यों को इस बात का भी निर्देश दिया गया है कि मजदूरों को उनकी मेहनत का पैसा समय से मिलता रहे और इसमें कोई कटौती नहीं होने पाए। किसी भी मजदूर से इस समय घर का किराया न मांगा जाए. जो लोग छात्रों और मजदूरों से कमरा या घर खाली करने के लिए कहते हैं उनके खिलाफ कार्रवाई हो।
21 दिनों के लॉकडाउन का ऐलान होते ही बड़ी संख्या में कामगार, मजदूर अपने घरों की ओर पलायन करने लगे हैं। हालांकि सरकार की ओर से बार-बार अपील की जा रही है कि उनके लिए पूरा इंतजाम किया जाएगा। लेकिन मजदूरों का कहना है कि जो भी समस्या होगी परिवार के साथ झेला जाएगा। हालात ये हो गए हैं कि जयपुर, दिल्ली एनसीआर से बड़ी संख्या में कामगार और मजदूर पैदल ही अपनों घरों की ओर जा रहे हैं।