New Delhi : कोरोना वायरस ने अमेरिका को हिला दिया है। महामारी विकराल रूप धारण करते जा रही है। यहां पिछले 24 घंटे में 70,000 से ज्यादा कोरोना के केस मिले हैं, जो किसी भी देश में महामारी शुरू होने के बाद से सबसे बड़ा उछाल है। जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका में अब तक 3,183,856 लोग कोरोना से पीड़ित हुये हैं।
Hey #USA congrats on surpassing 70,000 cases in a day. While many countries are containing the virus the USA is out of control. Keep up the good work @Potus. ⚡️ “Anthony Fauci has not briefed Donald Trump in two months on Covid-19” by @FinancialTimes https://t.co/IrvSCVfzLm
— Mrs. BJ Smegma (@MissusBJSmegma) July 11, 2020
ऐसे में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अब आखिरकार मास्क पहनने का फैसला किया है। हालांकि, वह सिर्फ एक दौरे के लिए ऐसा करने वाले हैं। अमेरिका में पिछले दो महीनों की तुलना में अब दोगुना कोरोना मरीजों की संख्या हर दिन बढ़ रही है। हालांकि जान जाने वाले मरीजों की संख्या लगभग आधी हो गई है। इन दिनों दुनिया में सबसे ज्यादा जान हर दिन ब्राजील में जा रही है।
वहीं वर्ल्डोमीटर के मुताबिक, अमेरिका में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या शनिवार सुबह तक बढ़कर 32 लाख 91 हजार पार हो गई। कुल 1 लाख 36 हजार 652 लोगों की जान जा चुकी है। हालांकि 14 लाख 54 हजार लोग ठीक भी हुये हैं, जो कुल संक्रमितों का 44 फीसदी है।
वहीं 16 लाख 99 हजार लोगों का अस्पतालों में अभी इलाज चल रहा है, जो कुल संक्रमितों का 52 फीसदी है। अमेरिका में कुल 4 फीसदी कोरोना संक्रमित लोगों की मौत हुई है। अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में सबसे ज्यादा 426,016 केस सामने आये हैं। सिर्फ न्यूयॉर्क में ही 32,375 लोग मारे गये हैं।
#Coronavirus seems un-containable and current mitigation efforts ALL seem to be a joke in terms of science and common sense. So what to do? Reopen the country, treat the afflicted, focus on likely preventative meds (like #Hydroxychloroquine) for at risk populations, etc.
— Tom Fitton (@TomFitton) July 10, 2020
इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन के दो विशेषज्ञ कोरोना की वैश्विक महामारी की उत्पत्ति का पता लगाने के एक बड़े अभियान के तहत जमीनी काम पूरा करने के लिए अगले दो दिन चीन की राजधानी बीजिंग में बिताएंगे। संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि एक पशु स्वास्थ्य विशेषज्ञ और एक महामारी विज्ञानी अपनी यात्रा के दौरान भविष्य के अभियान के लिये काम करेंगे जिसका मकसद यह पता लगाना है कि यह विषाणु पशुओं से मनुष्यों तक कैसे फैला।