New Delhi : पूरे देश के लिये खुशखबरी है। गुड न्यूज आया है कोरोना से लड़ने को लेकर। न्यूज दिया है खुद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्द्धन ने। उन्होंने कहा कि नये साल में नया सवेरा होगा। हम सबकुछ बदल देंगे। अगल साल 2021 की शुरुआत में कोरोना को रोकने को लेकर वैक्सीन आ जायेगी। हालांकि, अभी कोई डेट देना मुमकिन नहीं होगा। बस इतना तय है कि वैक्सीन आ जायेगा। वैक्सीन के बाद समाज का माहौल सामान्य हो जायेगा। अभी भी सरकार हरसंभव कोशिश कर रही है कि लोगों की दिनचर्या सामान्य हो जाये। लोगों का भी हौसला बढ़ा है।
Grateful to thousands of you who wrote to me for #SundaySamvaad !
Great to have started a 2-way communication with social media friends. Learning a lot from the conversations.
Hope we can keep up & further strengthen the dialogue👍https://t.co/su977Pnzxk
— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) September 13, 2020
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने सोशल मीडिया पर अपने फॉलोअर्स के सवालों के जवाब में कहा – एक बार वैक्सीन आने के बाद सरकार का पूरा फोकस हाई रिस्क वालों पर होगा। इनमें पहले से बीमार लोग, बुजुर्ग शामिल हैं। इन्हें सबसे पहले वैक्सीन दी जायेगी। वैक्सीन एडमिनिस्ट्रेशन को लेकर बनी नेशनल एक्सपर्ट कमेटी प्लान बना रही है, जिससे वैक्सीन को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाया जा सके। उन्होंने कहा कि वैक्सीन तैयार करने में सभी तरह की सावधानी बरती जा रही है।
उन्होंने कहा कि बच्चों-बूढ़ों के साथ ही कोरोना से जंग के अगुआ लोगों को भी वैक्सीन पहले मुहैया कराई जायेगी ताकि विश्वास का माहौल त्वरित पैदा हो। उन्होंने कहा – अगर लोगों को शक हो तो वे खुशी-खुशी वैक्सीन का पहला डोज लगवाने के लिये तैयार हैं। इस बीच, देश में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 47 लाख 88 हजार 484 हो गया है। राहत की बात यह है कि इनमें 37 लाख 30 हजार 894 लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 9 लाख 77 हजार 989 मरीजों का इलाज अभी चल रहा है।
Coronavirus | Vaccine will be first made available to those who need it the most: @drharshvardhan – https://t.co/Sb9IrAQX0l
— Nistula Hebbar (@nistula) September 13, 2020
डॉ. हर्षवर्धन का यह बयान तब आया है, जब एक दिन पहले दवा कंपनी एस्ट्राजेनेका ने कहा है कि ब्रिटिश रेग्युलेटर से हरी झंडी मिलने के बाद इसने कोविड-19 वैक्सीन का मानव परीक्षण एक बार फिर शुरू कर दिया है। एक वॉलंटियर के बीमार पड़ जाने की वजह से इसे बीच में रोकना पड़ा था। इसके बाद भारत में भी इस वैक्सीन के ट्रायल पर रोक लगा दी गई थी।