New Delhi : कोरोना आपदा की वजह से जारी लॉकडाउन के 3 मई को खत्म होने के बाद भी हवाई और रेल यातायात शुरू होने की संभावनाएं बेहद कम हैं। मंत्रियों के समूह की बैठक में कहा गया कि इस बारे में स्वास्थ्य मंत्रालय की राय पर ही अंतिम निर्णय होगा। मंत्रियों का समूह फिलहाल यात्री गाड़ियां शुरू करने के पक्ष में नहीं है क्योंकि उनका मानना है कि रेल गाड़ियों में सोशल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन संभव नहीं। सरकारी एयरलाइन कंपनी एयर इंडिया तथा अन्य निजी एयरलाइंस को 3 मई के बाद बुकिंग न करने को कहा गया है।
देश में घरेलू उड़ानें और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें जल्द शुरू होने की संभावना नहीं है। वहीं, एयर इंडिया और इंडिगो ने चार मई से उड़ाने शुरू करने की मंशा जाहिर की है। इस बीच, नागर विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने शनिवार को एयरलाइनों से साफ तौर पर कहा है कि फिलहाल इस बारे में सरकार ने कोई निर्णय नहीं लिया है, इसलिए टिकटों की बुकिंग तभी शुरू करें जब सरकार यात्री विमानों की उड़ानों को हरी झंडी दे दे।
नगर विमानन ने ट्वीट किया – नागर विमानन मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि घरेलू या अंतरराष्ट्रीय परिचालन शुरू करने के लिए अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है। एयरलाइनों को सलाह दी जाती है कि इस बारे में सरकार द्वारा कोई फैसला किये जाने के बाद ही वे अपनी बुकिंग शुरू करें।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में उनके घर पर हुई बैठक में एक सुझाव था कि हवाई यात्रा 15 मई को शुरू की जा सकती है। इस चर्चा में कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी, विमानन मंत्री हरदीप पुरी सहित कई मंत्रियों ने भाग लिया। हालांकि, अंतिम निर्णय के लिए इस बैठक में हुई चर्चा से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अवगत कराया जाएगा। इस बैठक में शामिल हुए अधिकारी ने कहा कि बैठक में हवाई परिचालन को फिर से शुरू करने पर चर्चा हुई। मंत्री हरदीप पुरी ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। हवाई और रेल यात्रा कब से शुरू होगी, इस बारे में किसी विशेष तारीख पर कोई चर्चा नहीं हुई। फिलहाल यही कहना उचित होगा कि अभी लंबा समय लगेगा। यह निश्चित तौर पर 3 मई से आगे बढ़ेगा। लॉकडाउन का दूसरा चरण तीन मई को समाप्त होगा। लॉकडाउन की अवधि के दौरान सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय यात्री उड़ानें स्थगित कर दी गई हैं। वैसे हवाई और रेल यात्रा को शुरू करने को लेकर अंतिम फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि बैठक में एक सुझाव यह भी था कि लॉकडाउन में फंसे प्रवासी मजदूरों के लिए विशेष ट्रेनें चलाई जा सकती हैं, जो नन स्टॉप ट्रेनें होंगी।