New Delhi : एक जून से देश में लॉकडाउन के अहम फैसले को लेकर केंद्र सरकार अभी तक असमंजस में है। वैसे अधिकांश राज्य लॉकडाउन बढ़ाये जाने के मूड में हैं, लेकिन किस किस चीज में ढील दी जाये और किनमे सख्ती इसको लेकर ज्यादा असमंजस है। हालांकि मौजूदा परिस्थितियों में देश में लॉकडाउन-5 प्रभावी होना तय माना जा रहा है। ढील भी ज्यादा मिलने की उम्मीद नहीं है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह मंथन में जुटे हैं। राज्यों से फीडबैक लेने के बाद गृहमंत्री अमित शाह पीएम मोदी से चर्चा करने के लिए पहुंचे हैं। एक-दो दिन में केंद्र सरकार लॉकडाउन पर अपने फैसले की घोषणा कर देगी।
कोरोना वायरस महामारी को रोकने के लिए देश में 24 मार्च से ही लॉकडाउन लागू है। लॉकडाउन 4.0 दो दिन बाद यानी 31 मई को खत्म हो रहा है। लॉकडाउन के चौथे चरण में काफी ढील दी गई और कई फैसले राज्यों पर छोड़ दिए गए थे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को सभी मुख्यमंत्रियों से बात की और राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन को 31 मई के बाद बढ़ाए जाने पर उनके विचार-विमर्श किया था। लॉकडाउन के चौथे चरण की समाप्ति से महज तीन दिन पहले गृह मंत्री ने मुख्यमंत्रियों से टेलीफोन पर बातचीत की।
फिलहाल मुख्यमंत्रियों की राय का पता नहीं लग पाया है लेकिन यह समझा जा रहा है कि उनमें से अधिकतर कुछ रूप में लॉकडाउन जारी रखना चाहते हैं। साथ ही वे आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने और जन-जीवन को सामान्य बनाने के पक्ष में भी हैं। मुख्यमंत्रियों के साथ अपनी बातचीत के दौरान शाह ने राज्यों के चिंताजनक स्थिति वाले क्षेत्रों के बारे में उनके विचार जाने और 1 जून के बाद किन क्षेत्रों को खोलना चाहते हैं, इस बारे में भी उनसे राय ली गई।
दिलचस्प है कि अभी तक हर चरण में लॉकडाउन बढ़ाने के पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए सभी मुख्यमंत्रियों के साथ बात कर उनके विचार जान रहे थे। पहली बार गृह मंत्री ने लॉकडाउन के एक और चरण के खत्म होने के पहले मुख्यमंत्रियों से बात कर उनके विचार जाने है। चौथे चरण में अधिकांश राज्यों में काफी ढील दी गई है। इससे कोरोना वायरस संक्रमण देश में तेजी से बढ़ने लगा है। पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड 7466 नए मामले सामने आये हैं। यह एक दिन में सामने आए अब तक के सबसे ज्यादा पॉजिटिव मामले हैं।