New Delhi : श्रीराम जन्मभूमि परिसर में भव्य मंदिर निर्माण के लिए समतलीकरण का कार्य चल रहा है। इसी क्रम में बुधवार को की जा रही खुदाई में मंदिर के अवशेष प्राप्त हुये हैं। रामजन्मभूमि परिसर के पुराने गर्भगृह स्थल के समतलीकरण का कार्य श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की देखरेख में 11 मई से चल रहा है। समतलीकरण के कार्य में अब तक खुदाई के दौरान मंदिर के अवशेष सहित विभिन्न कलाकृतियां, आमलक व विभिन्न प्रकार के पत्थर मिले हैं।
God sends his blessings for Ram mandir.
Shivling, pillars, carved stones found from the site of #rammandir in #ayodhya while work for construction is being done.
This proofs should for once and all close all conspiracy theories about Ram janmabhoomi.
Jai Shri Ram pic.twitter.com/b2nyiEd7Yy
— Arjun Singh (@ArjunsinghWB) May 21, 2020
परिसर में राममंदिर निर्माण के कार्यों को धीरे-धीरे गति दिया जा रहा है। हालांकि कोरोना संकट के कारण घोषित लॉकडाउन के चलते राममंदिर का निर्माण कार्य प्रभावित रहा। निर्माण की गति मंद लेकिन धीरे-धीरे अब तेजी आ रही है। अयोध्या में भावी मंदिर के निर्माण के लिए भूमि के समतलीकरण एवं पुराने गैंग-वे को हटाने का काम जारी है। कोरोना महामारी के संबंध में समय-समय पर जारी निर्देशों का पालन करते हुए मशीनों का उपयोग एवं सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजेशन, मास्क समेत अन्य सभी सुरक्षा उपायों का प्रयोग किया जा रहा है।
इस कार्य में तीन जेसीबी, एक क्रेन, दो ट्रैक्टर व दस मजदूर लगे हैं। जेसीबी के जरिए गर्भगृह के चारों तरफ के मलबे को हटाया जा रहा है। इसी प्रकार दर्शन मार्ग पर दर्शनार्थियों के लिए बनाये गये गैंग-वे की बैरीकेडिंग को हटाने का भी काम जारी है। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा – चरणबद्ध तरीके से काम को अंजाम दिया जा रहा है। ट्रस्ट की अगली बैठक व भूमि पूजन का निर्णय देश की परिस्थिति पर निर्भर करता है।
Every Hindu believed. Otherwise, it would have never happened. Excavations find idols of Lord Shiva. Where are those fraud historians who challenged the existence of #RamMandir? #Ayodhya pic.twitter.com/2jdbgvk9W8
— Pratyush Kanth (@PratyushKanth) May 21, 2020
11 मई से प्रारंभ समतलीकरण कार्य में विभिन्न प्रकार के पुरातात्विक अवशेष प्राप्त हो रहे हैं। खुदाई के दौरान अब तक देवी-देवताओं की खंडित मूर्तियां, पुष्प, कलश, आमलक, दोरजांब, विभिन्न प्रकार की कलाकृतियां, मेहराब के पत्थर, 7 ब्लैक टच स्टोन के स्तंभ, 8 रेड सैंड स्टोन के स्तंभ, 5 फीट आकार की नक्काशी युक्त शिवलिंग की आकृति आदि पुरातात्विक वस्तुएं प्राप्त हुईं हैं। इन पुरातात्विक वस्तुओं को ट्रस्ट द्वारा संरक्षित किये जाने की भी योजना बन रही है।