साधारण होगा लॉकडाउन-5 : होटल, मॉल, रेस्ट्रॉन्ट्स, धर्म स्थल खुल सकेंगे, 13 शहर छोड़ देशभर में राहत

New Delhi : केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावेड़कर ने लॉकडाउन-5 के बारे में कुछ अहम बातें कहीं है। उन्होंने कहा – अब ये लॉकडाउन काफी हद तक कम हो जायेगा। लोगों से कई तरह की पाबंदियां हटा ली जाएंगी। केंद्रीय मंत्री ने न्यूज चैनल आज तक से बातचीत के दौरान कहा – लॉकडाउन-5 बिल्कुल साधारण होगा। इसमें कुछ ही इलाकों में पाबंदियां लगाई जाएंगी। बाकी जन जीवन को खोला जाएगा। उन्होंने कहा कि ये समय हमेशा ऐसा ही चलेगा। लोगों को काफी हद तक छूट दे दी गई है और अब उम्मीद है कि सामान्य जीवन होगा।

 

उन्होंने लॉकडाउन को बेहद जरूरी कदम बताते हुए कहा – अगर देश में समय रहते ये फैसला नहीं लिया जाता तो आज भारत में 50 लाख कोरोना के केस होते। लॉकडाउन के कारण आज भी हमारी जितनी जनसंख्या है उसके हिसाब से बहुत कम केस सामने आ रहे हैं। हम उम्मीद करते हैं कि जल्द ही कोई वैक्सीन या दवा आ जायेगी और जनजीवन सामान्य होगा।
केंद्र सरकार एक नई गाइडलाइंस पर काम कर रही है, जिसके तहत 1 जून से देश के ज्यादातर हिस्सों से लॉकडाउन की पाबंदियां खत्म कर दी जायेंगी। इकनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक देश के 13 शहरों को छोड़कर बाकी सभी हिस्सों से पाबंदियों को हटाया जा सकता है। होटलों, मॉल्स और रेस्ट्रॉन्ट्स को भी 1 जून से खोलने की इजाजत दी जा सकती है।
गुरुवार को राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात करने के बाद गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने नई गाइडलाइंस को लेकर मंथन किया। 31 मई को अगले 15 दिनों के लिए देशभर में लागू किये जाने वाले दिशानिर्देशों को जारी किया जा सकता है।

इन 13 शहरों- दिल्ली, मुंबई, चेन्नै, अहमदाबाद, ठाणे, पुणे, हैदराबाद, कोलकाता/हावड़ा, इंदौर, जयपुर, जोधपुर, चेंगलपट्टु और तिरुवलुर में पाबंदियों को आगे भी जारी रखा जा सकता है।

होटल, मॉल्स, रेस्ट्रॉन्ट्स को 1 जून से खोलने की इजाजत दी जा सकती है। हालांकि, होटलों को चरणबद्ध तरीके से खोला जाएगा। इस बारे में सरकार जल्द ही फैसला लेगी। फिलहाल देश में हॉस्पिटैलिटी सर्विस पूरी तरह बंद है। अभी सिर्फ वही होटल काम कर रहे हैं जहां कोरोना के खिलाफ जंग में डटे पुलिसकर्मी, अधिकारी और हेल्थकेयर वर्करों को रखा गया है।
इधर लद्दाख में भारत और चीन के सैनिकों के बीच करीब एक महीने से जारी तनातनी पर पहली बार रक्षामंत्री राजनाथ सिंह की प्रतिक्रिया आई है। रक्षामंत्री ने शनिवार को कहा कि भारत और चीन के बीच सैन्य और कूटनीतिक स्तर पर बातचीत चल रही है। यह पहली बार है जब शीर्ष स्तर से एलएसी पर भारत-चीन टकराव पर कुछ कहा गया है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने न्यूज चैनल आज तक से बात करते हुए कहा – दोनों देशों ने यह स्प्ष्ट कर दिया है कि वे समस्या का समाधान चाहते हैं। राजनाथ सिंह ने यह भी साफ किया कि अमेरिकी मध्यस्थता की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि दोनों देशों के बीच समस्याओं के समाधान के लिए तंत्र मौजूद है।
पिछले दिनों अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और चीन के बीच बढ़ते तनाव को घटाने के लिए मध्यस्थता की पेशकश की थी। हालांकि, भारत और चीन ने इसे खारिज कर दिया और कहा कि दोनों देश आपस में बातचीत कर रहे हैं, तीसरे पक्ष की आवश्यकता नहीं है। कल अमेरिकी रक्षा मंत्री ने भी भारतीय समकक्ष से बातचीत में मध्यस्थता पेशकश की बात दोहराई थी। राजनाथ सिंह ने कहा- मैंने उन्हें बताया कि भारत और चीन के बीच पहले से तंत्र मौजूद है कि यदि कोई समस्या हो तो सैन्य और कूटनीतिक बातचीत से हल निकाला जाता है। तंत्र काम कर रहा है और बातचीत जारी है।

 

राजनाथ सिंह ने कहा- भारत की नीति बहुत साफ है कि हमारा सभी पड़ोसियों के साथ संबंध अच्छा हो। लंबे समय से इसके लिए प्रयास किया गया है। लेकिन कुछ समय पर चीन के साथ ऐसी परिस्थितियां उत्पन्न होती हैं कि इस तरह की चीजें होती हैं। इस तरह की चीजें पहले भी हुई हैं। मुद्दों के समाधान के लिए कोशिश जारी है।

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