New Delhi : Corona Virus के बाद Hanta Virus से मौत का मामला सामने आया है। इस नये वायरस की वजह से चीन में एकशख्स की मौत हो गई है। लोग इस वायरस के बारे में खूब सर्च कर रहे हैं।
पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण पहले से ही हड़कंप मचा हुआ है। ऐसे में खबर आ रही है कि चीन के यूनान प्रांत सेएक बस के ज़रिये शैनडांग प्रांत जा रहे शख्स की सोमवार को हंता वायरस से संक्रमित होने के बाद मौत हो गई।
पीड़ित शख्स काम करने के लिए बस शाडोंग प्रांत जा रहा था। बस में उसके साथ सवार अन्य 32 लोगों की भी जांच की गई है। चीन केसरकारी अखबार ग्लोबर टाइम्स के हवाले से दी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि इस घटना की जानकारी देने के बाद सोशल मीडिया परबवाल मच गया है।
A person from Yunnan Province died while on his way back to Shandong Province for work on a chartered bus on Monday. He was tested positive for #hantavirus. Other 32 people on bus were tested. pic.twitter.com/SXzBpWmHvW
— Global Times (@globaltimesnews) March 24, 2020
नये वायरस के डर से लोग इसके भी महामारी बनने से पहले रोकथाम के प्रयासों की बात कह रहे हैं। कई यूजर्स का कहना है कि यदिलोग चीन में जानवरों को खाना बंद नहीं करेंगे तो ऐसे वायरस हमेशा इंसानी जान के लिए खतरा बनते रहेंगे।
कोरोना वायरस की तरह हंता वायरस घातक नहीं है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह कोरोना की तरह हवायानि सांस के जरिए नहीं फैलता है। यह चूहे या फिर गिलहरी के संपर्क में आने वाले इंसान को संक्रमितकरता है।
सेंटर फॉर डिजिज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक चूहों के कारण हंता वायरस के संक्रमण का खतरा रहता है। अगर कोई स्वस्थ्यव्यक्ति भी हंता वायरस के संपर्क में आता है तो उसके भी संक्रमित होने का खतरा रहता है।
#Hantavirus
How will someone come up with an idea to eat an animal uncooked? How, just how
💔💔💔💔 pic.twitter.com/JGiuIpoxhJ— 👑 Roi Salomon Escadela 👑 (@Solite007Eze) March 24, 2020
हालांकि हंता वायरस एक शख्स से दूसरे में नहीं जाता, लेकिन यदि कोई व्यक्ति चूहों के मल, पेशाब आदि को छूने के बाद अपनी आंख, नाक और मुंह को छूता है तो उसके इस वायरस से संक्रमित होने का खतरा रहता है।
इससे संक्रमित शख्स को बुखार, सिर दर्द, शरीर में दर्द, पेट में दर्द, उल्टी, डायरिया हो सकता है। इस तरह के लक्षण वाले संक्रमितशख्स के इलाज में देरी होने पर फेफड़ों में पानी भर जाता है, जिससे उसे सांस लेने में परेशानी होने लगती है।