New Delhi : रेल मंत्रालय ने 15 अप्रैल से मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों को चलाने के लिए सभी डिवीजन से तैयारी रखने को निर्देश दिए हैं। रेल मंडलों ने भी अपनी समस्त गाड़ियों, रेल इंजन और स्टेशनों को सैनिटाइज कराने का काम शुरू करा दिया है। रेल यार्ड में भी गाड़ियां और इंजन सैनिटाइज करके खड़े किए जाने लगे हैं। जिससे आदेश मिलते ही गाड़ियों का संचालन विधिवत शुरू कर दिया जाएगा। मेल एक्सप्रेस, सवारी गाड़ियां, रेल इंजन, रेलवे स्टेशन सैनिटाइज किये गये हैं। मुख्यालय को इस संबंध में रिपोर्ट भेजी गई है। आदेश मिलते ही गाड़ियां चला दी जाएंगी।
अधिकारी ट्रेन संचालन के लिए बोर्ड से हरी झंडी मिलने के इंतजार में हैं। रेलवे के अधिकारी बताते हैं कि समय सारणी और ट्रेनों के आवागमन में अभी कोई बदलाव नहीं है। रेलवे बोर्ड की ओर से अभी तक कोई नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया है। विभिन्न मंडलों की ओर से अधिकारियों ने तैयारी पूरी कर ली है। ट्रेनों में रेल कर्मियों की ड्यूटी लगाने का काम चल रहा है।
अधिकारियों का कहना है, जहां कोचिंग डिपो हैं, कोचों की साफ-सफाई और मेंटीनेंस कार्य होते हैं। वहां सभी रैक सैनिटाइज करा दिए गए हैं। एक-एक सीट को सैनिटाइज कराया गया। कोच हैंडल, टॉयलेट सैनिटाइज किए हैं। क्योंकि, ट्रेन फ़ॉर रन के आदेश मिलते ही एक साथ व्यवस्था को नहीं बनाया जा सकता है, इसलिए पहले से ही तैयारी की जा रही है। देशभर के स्टेशनों को भी पुन: सैनिटाइज किया जा रहा है।
रेलवे बोर्ड के चीफ वीके यादव ने हाल ही में उच्च अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई अपनी एक मीटिंग में सरकार की योजना को लेकर जानकारियां साझा की हैं। रेलवे के अधिकारी देश के रेल नेटवर्क को रेड, येलो और ग्रीन जोन में बांटने की तैयारी कर रहे हैं। रेलवे का प्लान है कि रेड जोन में फिलहाल कोई भी ट्रेन ना चलाई जाए। इसके अलावा येलो जोन में सीमित संख्या में सर्विसेज का संचालन हो और ग्रीन जोन में सर्विसेज को पूरी तरह से शुरू किया जाए। हालांकि सूत्रों का कहना है कि रेलवे ने फिलहाल अभी इस योजना का खांका ही खींचा है और सेवाओं को शुरू करने को लेकर कोई भी फैसला नहीं किया गया है।
इसके अलावा रेलवे ने ये प्लान भी बनाया है कि रेगुलर सर्विस की अपेक्षा फिलहाल देश में स्पेशल ट्रेनों का ही संचालन शुरू कराया जाए। इन ट्रेनों में सिर्फ रिजर्वेशन के जरिए ही सीटों की बुकिंग की जाए और जनरल क्लास कोच में किसी को भी यात्रा की अनुमति ना दी जाए। अधिकारियों का मानना है कि रिजर्वेशन के जरिए यात्रियों को ट्रेन में यात्रा की इजाजत देने पर उनकी डिटेल्स ट्रैक करना आसान हो सकता है। साथ-साथ ऐसे कोच में मिडिल बर्थ पर बुकिंग ना करके सोशल डिस्टेंसिंग को भी मेंटेन किया जा सकता है।