New Delhi : जापान ने शुक्रवार को उम्मीद जताई- भारत-चीन सीमा पर तैनात जवानों के बीच शांतिपूर्ण समझौता हो जायेगा। जापान ने कहा- भारत और चीन के वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर यथास्थिति में बदलाव के लिये किये जाने वाले किसी भी तरह के प्रयास का जापान विरोध करता है। और ऐसा साफ दिख रहा है कि एलएसी पर एकतरफा प्रयास हो रहे हैं जो अनुचित है।
Japan on Friday backed India in its border standoff with China. Here’s the position adopted by key players in the world community:https://t.co/G3YD2esfe0
— Hindustan Times (@htTweets) July 3, 2020
पिछले माह गलवन घाटी घटना के बारे में विस्तार से बताते हुये नई दिल्ली ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर मौजूदा हालात को लेकर जापान को पूरी जानकारी दी है। भारत ने कहा – चीनी सैनिक सीमा पर मौजूदा हालातों में एकतरफा बदलाव के प्रयासों के तहत हमला कर रहे हैं।
जापान के राजदूत सातोषी सुजुकी ( Satoshi Suzuki) ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा- विदेश सचिव हर्षवर्द्धन श्रृंगला से अच्छी बातचीत हुई। एलएसी पर जारी हालात के बारे में उन्होंने जो ब्रीफिंग दी वह सराहनीय है साथ ही भारत सरकार द्वारा शांति समझौते के लिए अपनाई गई नीति भी बेहतर है। जापान भी उम्मीद करता है कि वार्ता के जरिए शांतिपूर्ण समाधान मिलेगा। उन्होंने अपने ट्वीट में यह भी कहा कि यथास्थिति में बदलाव के लिए एकतरफा प्रयासों की भी जापान निंदा करता है।
LAC पर मई माह से ही तनाव जारी है। चीन और भारतीय सेना आपस में कई बार भिड़ चुके हैं। दोनों देशों के बीच यह तनाव पिछले माह 15 जून को उस वक्त बढ़ गई जब गलवान में 20 भारतीय जवान शहीद हो गये। हालांकि इस झड़प में चीन की ओर भी 43 जवान घायल हुए थे। इस तनाव को कम करने के लिए पिछले माह से अब तक दोनों देशों के बीच तीन बार बैठक हो चुकी है।
Had a good talk with FS Shringla. Appreciated his briefing on the situation along LAC, including GOI’s policy to pursue peaceful resolution. Japan also hopes for peaceful resolution through dialogues. Japan opposes any unilateral attempts to change the status quo.
— Satoshi Suzuki (@EOJinIndia) July 3, 2020
बता दें कि चीन और जापान के बीच पूर्वी चीन सागर में स्थित द्वीपों को लेकर विवाद है। दोनों देशों की ओर से इन द्वीपों पर दावा किया जाता रहा है। हालांकि ये द्वीप 1972 से जापान के हाथ में है।