New Delhi: आज हम आपको एक ऐसे शख्स की कहानी बता रहे हैं जो 10वीं में फेल हो गया पर आज देखिए उसी लड़के ने यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा पास कर ली। ईश्वर ने बताया कि साल 2011 में वे 10वीं कक्षा में फेल हो गए थे। इसके बाद उन्होंने पढ़ाई छोड़ने का मन बनाया, मगर किसान पिता सुवालाल ने कहा कि इतनी जल्दी पढ़ाई से घबराने की जरूरत नहीं है। एक बार फेल होने पर हिम्मत नहीं हारते। शिक्षा का महत्व तुम आज भले न समझो पर भविष्य में जरूर समझोगे।
इसके बाद ईश्वर ने 10वीं क्लास में दोबारा एडमिशन लेकर परीक्षा दी और साल 2012 में 54% अंकों से परीक्षा पास की। वह यहीं नहीं रुके, ज्ञानगढ़ की राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूल से 12वीं परीक्षा 68% अंकों से पास की और 12वीं के बाद रेगुलर पढ़ाई न करके महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी अजमेर से प्राइवेट विद्यार्थी के रूप में BA पास किया। इसके बाद साल 2019 में ग्रेड थर्ड शिक्षक बनकर अपने गांव के पास ही रूपरा की राजकीय प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक के रूप में अपने करियर की शुरुआत की।
ईश्वर गुर्जर ने महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय, अजमेर से बीए किया है। फिर 2019 में वे थर्ड ग्रेड टीचर बने। उन्हें पड़ोस के गांव रूपरा के राजकीय प्राथमिक विद्यालय में भर्ती कराया गया। इसके साथ ही यूपीएससी की तैयारी भी जारी रही। ईश्वर ने बताया कि वह सिविल सेवा परीक्षा में चौथे प्रयास में सफल हुए हैं। वर्ष 2019 में प्री में फेल हो गए थे जबकि 2020 में इंटरव्यू तक पहुंचे, मगर सफलता नहीं मिली। 2021 में फिर फेल हो गए फिर भी हताश नहीं हुए। अब चौथे प्रयास में 2022 की परीक्षा में 644वीं रैंक हासिल कर अभी रुके नहीं हैं। रैंक सुधारने के लिए अभी फिर से परीक्षा देने वाले हैं।
यूपीएससी हमारे देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है। इसे लेकर धारणा बनी हुई है कि पढ़ाई में तेज स्टूडेंट ही इसे निकाल पाते हैं, लेकिन ऐसा नहीं हैं। कई IAS, IPS अधिकारी ऐसे हैं जो स्कूल, कॉलेज में फेल होने के बाद भी इस परीक्षा में सफल हुए हैं। इनमें से एक ईश्वर गुर्जर भी है।